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'देश में कोरोना का खतरा अमेरिका से कम'

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली सरकार का कहना है कि फिलहाल कोरोना वायरस है और यह बीमारी अभी बहुत समय तक रहने वाली है। हालांकि केजरीवाल सरकार के मुताबिक देश में कोरोना का यह खतरा अमेरिका के मुकाबले कम लगता है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को कहा, “कोरोना तो है और अभी बहुत समय तक रहने वाला है। ऐसा नहीं है कि कोरोना एक-दो महीने में खत्म हो जाएगा। कोरोना को रोकने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से काफी कुछ किया गया है। पहले किसी को यह अंदाजा नहीं था कि कोरोना वायरस किस तरह का व्यवहार करता है और यह कैसे काम करता है। हमारे देश में और अन्य देशों में बहुत कुछ फर्क तो है। हमारे देश में कोरोना का खतरा अमेरिका के मुकाबले कम लगता है।”

दिल्ली में अभी कोरोना के 5532 केस हैं। दिल्ली में कोरोना के मामलों के दोगुना होने की रफ्तार अभी 11 दिन है। सत्येंद्र जैन ने कहा, “अमेरिका में बहुत ज्यादा लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। दिल्ली में 3925 एक्टिव मरीज हैं और 84 लोग आईसीयू में हैं, जबकि उसमें से भी सिर्फ 12 लोग वेंटिलेटर पर हैं। बाकी देशों में बहुत बड़ी संख्या में मरीज वेंटिलेटर पर और आईसीयू में हैं।” दिल्ली में बढ़ रहे मरीजों की तादाद पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मरीजों की संख्या को बेस पर नहीं लेना चाहिए बल्कि मरीजों की वृद्धि दर क्या है, ये मायने रखता है।

दिल्ली में कल जो बेस था उसके तहत करीब 8 से 8.5 प्रतिशत का ग्रोथ रेट बनता है। कुछ दिन पहले दिल्ली में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि थी। इसके बाद वृद्धि दर कम हुई। पहले 15 हुई, फिर 12 हुई और अब 8 प्रतिशत के करीब चल रहा है। अगर वास्तविक संख्या पर जाएंगे, तो पहले के मुकाबले आज ज्यादा है।

तबलीगी जमात पर स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा, “अगर किसी के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करनी है, तो पुलिस कार्रवाई करे, अन्यथा जिनका क्वारंटाइन पूरा हो चुका है और जो पॉजिटिव थे और उसके बाद वे नेगेटिव हो चुके हैं, तो उन्हें जाने दिया जाए। लॉकडाउन की वजह से उन्हें रोका गया था।”

3 मई तक पूरी तरह से लॉकडाउन था। इसके अंदर किसी भी तरह के आवागमन पर पूरी तरह से प्रतिबंध था। तीसरे लॉकडाउन के अंदर लोगों को शिफ्ट किया जा सकता है। इसलिए दिल्ली सरकार ने फंसे हुए लोगों को शिफ्ट करने का फैसला किया है। इसके अलावा लॉकडाउन की वजह से दिल्ली में फंसे लोगों की सूची बाकी राज्य की सरकारों को भेज दी गई हैं और राज्य सरकारों से बातचीत चल रही है। जिन राज्यों के लोग यहां फंसे हैं, यदि उस राज्य की सरकार चाहेगी, तभी वे लोग जा सकेंगे। वैसे दिल्ली में फंसे मध्य प्रदेश के कुछ श्रमिकों को लेकर आज एक ट्रेन मध्य प्रदेश जाने वाली है।



Source: Health