जानिये कब आएगा बाजार में उछाल, और अर्थव्यवस्था में होगा सुधार
हमारे देश में ही नहीं इन दिनों पूरी दुनिया में कोरोना के चलते अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। जिसके चलते जहां एक ओर दुनिया में बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है। वहीं इस समय हर देश में कोरोना से मुक्ति को लेकर कोशिशें जारी हैं, साथ ही लोगों के मन में ये प्रश्न भी उठने शुरु हो गए हैं कि आखिर किस दिन से अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा। वहीं बाजार में कब उछाल आएगा इसे लेकर भी हर कोई चिंतित है।
ऐसे में ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि अगले कुछ समय में ग्रहों की चाल पूरी दुनिया को काफी प्रभावित करने जा रही है। इसके तहत एक ओर जहां सूर्य और बुध का परिवर्तन होकर सिंह में जाना कोरोना के लिए काल के समान होने की संभावनाएं बना रहा है। वहीं अर्थव्यवस्था का प्रमुख ग्रह शुक्र का 17 नवंबर 2020 को तुला में गोचर अर्थव्यवस्था को कुछ मजबूती देने की संभावना को पुख्ता करता दिख रहा है।
ज्योतिष के जानकार वीडी श्रीवास्तव, पंडित सुनील शर्मा, डीके शास्त्री सहित अनेक ग्रहों की चाल का आंकलन करने वालों का कहना है कि 17 अगस्त 2020 को बुध के सिंह में प्रवेश के अगले 7 दिनों में ही कोरोना पर नियंत्रण की स्थितियां मजबूत होती दिखेंगी। लेकिन इस समय बुध के अस्त होने के कारण इसका एक निश्चित स्तर तक ही प्रभाव देखने को मिलेगा।
ऐसे में जहां सूर्य करीब 16 सितंबर तक सिंह राशि में रहेंगे, वहीं बुध अस्त अवस्था में ही 2 सितंबर को ही बुध 12:11 PM पर सूर्य का साथ छोड़कर अपने स्वामित्व वाली कन्या राशि में चले जाएंगे। बुध कन्या राशि का स्वयं अधिपति है,और 5 सितंबर को 07:23 PM के बाद बुध तारा अस्त से बाहर आ जाएगा। ऐसे में सूर्य जब 16 सितंबर को कन्या राशि में प्रवेश करेंगे तभी से तेजी से स्थितियों में सुधार आना शुरु हो जाएगा।
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जबकि बिगड़ी अर्थव्यवस्था में सुधार नवंबर 2020 से होने की संभावना है ये समय वृश्चिक संक्रांति से जुड़ा हुआ होगा। साथ ही इसी समय शुक्र भी अपने स्वामित्व की राशि तुला में गोचर करेगा, जो अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावना को दर्शाता है।
गोचर की समयावधि
दरअसल लग्जरी, वाहन, विदेश यात्रा, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, वैवाहिक या प्रेम संबंध के कारक देव शुक्र 17 नवंबर 2020, मंगलवार को दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर, कन्या से तुला राशि में गोचर करेगा और 11 दिसंबर 2020, शुक्रवार सुबह 05 बजकर 04 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेगा। चूंकि शुक्र स्वयं तुला राशि का स्वामी है, इसलिए तुला राशि वालों के लिए यह गोचर विशेष रूप से शुभ रहने वाला है।
बाजार में परिवर्तन : वहीं यदि हम देश के बाजार की बात करें तो जानकारों के अनुसार ग्रहों की दशा के मुताबिक अगस्त 19,22,24 व 25 के दिन बाजार के हिसाब से खास हलचल वाले हो सकते हैं।
ये कहते हैं ग्रह…
पंडित शर्मा के अनुसार ग्रहों की इस प्रकार की गति व दशा देखकर ये प्रबल संभावना दिख रही है कि 2 अगस्त से कोरोना रोकने की तमाम कोशिशों के बावजूद इसके तेजी से फैलने की संभावना है। वहीं 16-17 अगस्त से इस पर विराम लगने के योग होने के बावजूद केवल इसके असर पर कुछ हद तक नियंत्रण होता दिख रहा है। लेकिन इसके बाद 5 सितंबर के बाद कोरोना के टिके रहने की संभावना लगातार कम होती चली जाएगी। जिसके चलते 27 सितंबर के आसपास तक चंद केसों के अलावा पूरी स्थितियां कंट्रोल में आती दिख रही हैं।
यानि यदि हम पूरी तरह से साफ बात करें तो कोरोना संक्रमण पर कुछ हद तक नियंत्रण सिंह संक्रांति के करीब 7 दिन बाद से दिखना शुरू हो सकता है। वहीं कोरोना का सफाया कन्या संक्रांति के दौरान कन्या राशि में बनने वाले बुधादित्य योग से होने की संभावना है। क्योंकि इस समय 5 सितंबर को 07:23 PM के बाद से बुध तारा भी अस्त से बाहर आ जाएगा।
इसके साथ ही यदि अर्थव्यवस्था में सुधार को लेकर बात की जाए, तो ज्योतिष में भाग्य का कारक शुक्र ग्रह है। ऐसे में शुक्र की चाल ही अर्थव्यवस्था पर अपना खास असर दिखाती दिख रही है। वहीं कोरोना के चलते अभी हाल फिलहाल तो अर्थव्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है। वहीं कोरोना पर सितंबर अंत तक या अक्टूबर शुरुआत में कंट्रोल की स्थिति आने के बाद नवंबर 2020 मध्य में अर्थव्यवस्था में सुधार आना शुरू हो जाएगा।
वहीं खास बात ये भी है कि इस समय शुक्र भी अपनी राशि तुला में ही विचरण करेगा। ऐसे में माना जा रहा है कि कोरोना का काल जहां बुधादित्य योग बनता दिख रहा है,वहीं अर्थव्यवस्था को सुधार का पूरा कार्य शुक्र के आधार पर ही चलेगा। लेकिन दिसंबर तक अर्थव्यवस्था में सुधार के बाद दिसंबर में पुन: अर्थव्यवस्था को लेकर कुछ कठिनाइयों का दौर आएगा।
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Source: Religion and Spirituality
