CBSE BOARD EXAM 2020-21 : दो महीने तक टल सकती है 10वीं, 12वीं की परीक्षा
नई दिल्ली. कोरोनावायरस महामारी के चलते सीबीएसई ने कहा है कि 10वीं, 12वीं की परीक्षा 45-60 दिन तक टल सकती है। साथ ही बोर्ड ने इस सत्र का 9वीं से 12 वीं कक्षा का पाठ्यक्रम 30 फीसदी कम कर दिया है। लॉकडाउन के चलते सुचारु पढ़ाई नहीं होने के चलते शिक्षा विशेषज्ञों से सुझाव मांगे गए थे। 1500 सुझावों के आधार पर यह फैसला लिया गया है।
मानसिक दबाव घटाने के लिए कदम
बोर्ड ने कहा कि लॉकडाउन के चलते अभी तक स्कूल बंद हैं। हालांकि इसको लेकर मार्च के बाद से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित हो रही हैं लेकिन उससे संभवत: उतनी पढ़ाई नहीं हो पा रही जितनी होनी चाहिए। इससे हो रहे लगातार नुकसान से छात्र मानसिक दबाव में हैं। इसलिए बोर्ड ने 9वीं, 10वीं ,11वीं और 12वीं कक्षाओं के पाठ्यक्रम को 30 प्रतिशत तक घटाने का फैसला किया है। बोर्ड ने स्कूलों से कहा है कि आगे की पढ़ाई इसी पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाया जाए। इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।
स्कूल भी बोर्ड परीक्षा में देरी के लिए कह रहे
बोर्ड परीक्षाएं 70% पाठ्यक्रम के साथ या 50% पाठ्यक्रम के साथ आयोजित करने पर सीबीएसई विचार कर रही है। शहरी, अर्ध-शहरी व ग्रामीण स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं के मानक बहुत भिन्न हैं। स्कूल भी सीबीएसई को सिलेबस कम करने और बोर्ड परीक्षा में देरी करने के लिए कह रहे हैं।
सीआइएसई 25 प्रतिशत घटा चुका
सीआइएसई (काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन) बोर्ड ने भी शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए आइसीएसई व आइएससी बोर्ड का पाठ्यक्रम 25 फीसदी घटा चुका है।
इंटरनल असेसमेंट या वार्षिक बोर्ड परीक्षा का हिस्सा नहीं
बोर्ड ने कहा कि जो टॉपिक सिलेबस से हटाए गए हैं, स्कूल, शिक्षक जरूरत पडऩे पर छात्र-छात्राओं को बताएं व समझाएं। हालांकि यह इंटरनल असेसमेंट या वार्षिक बोर्ड परीक्षा का हिस्सा नहीं होंगे।
Source: Education
