कोविड सेंटर हो रहे बंद क्योंकि होम आइसोलेशन फॉर्मूला सफल
रायपुर/ दुर्ग. छत्तीसगढ़ में मार्च से कोरोना के विरुद्ध जंग जारी है। जुलाई में चढ़ते संक्रमित मरीजों के ग्राफ की वजह से कोविड केयर सेंटर (Covid center) में जगह कम पडऩे लगी थी। क्योंकि लक्षण वालों मरीजों की तुलना में बिना लक्षण वाले मरीजों की संख्या काफी अधिक थी। सरकार ने स्थिति को भांपते हुए नए सेंटर बनाने की कवायदें शुरू कर दी। खासकर, रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा और राजनांदगांव जैसे जिलों में। हुआ भी वही, अगस्त-सितंबर में सारे सेंटर फुल हो गए। मगर, अगस्त में लागू हुए होम आइसोलेशन फॉर्मूले ने संजीवनी का काम किया। यही वजह है कि रायपुर, दुर्ग और रायगढ़ के १३ सेंटर मरीज न मिलने की वजह से बंद कर दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कहा गया है कि आवश्यकता पडऩे पर इन्हें दोबारा खोला जा सकता है, क्योंकि कोरोना महामारी का दौर जारी है। ढ़ाई महीने से भी कम समय में ६० हजार से अधिक मरीजों ने होम आइसोलेशन के विकल्प का इस्तेमाल किया। और अब तक ५५,५०० मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
अस्पतालों में भी बेड खाली
लक्षण वाले मरीजों की संख्या में आई गिरावट की वजह से सरकारी अस्पतालों में बेड खाली हैं। एक समय था, जब सरकारी अस्पतालों में एक भी बेड उपलब्ध नहीं थे तो सरकार को निजी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती किए जाने का आदेश देना पड़ा था। इसके लिए जिलों को ए, बी और सी केटेगरी में बांटकर बेड शुल्क निर्धारित किए गए थे। ताकि मरीजों के साथ लूट-पाट नहीं हो सके।
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रायपुर के कोविड केयर सेंटरों की स्थिति-
संस्थानों में संचालित- कुल बेड- भर्ती मरीज संख्या
शासकीय आयुर्वेद कॉलेज रायपुर- ४००- ०
आयुष विश्वविद्यालय, नवा रायपुर- ४३०- ०
एचएनएलयू, नवा रायपुर- ५००- ०
प्रयास संस्थान, सड्डू- ३००- ०
दुर्ग के कोविड केयर सेंटरों की स्थिति-
संस्थानों में संचालित- कुल बेड- भर्ती मरीज संख्या
कोरोना केयर सेंटर, कचांदुर- 854- ०
बीएसएफ आइसोलेशन- 100- ०
आजाद कोविड केयर सेंट्रल-2- 55- ०
आईसोलेशन लाईवलीहुड- १६०- ०
आईसोलेशन, एपीएस- 94- ०
कोविड केयर सेंटर, झीट- 40- ०
रायगढ़ के कोविड सेंटर की स्थिति-
जीआईटी, पांजीपथरा- २००- ०
(नोट- सरकारी वेबसाइट में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक। रायपुर ४, भिलाई के ३ और रायगढ़ के २ कोविड सेंटर में मरीजों का इलाज अभी जारी हैं।)
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होम आईसोलेशन में मरीजों के स्वस्थ होने की दर अधिक पाई गई है। मरीज कम हैं इसलिए कुछ कोविड केयर सेंटर में एडमिशन जीरो है। जरूरत पड़ी तो उन्हें दोबारा खोला जा सकता है।
डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक, रायपुर
Source: Education