fbpx

यूएई में जल्दी सूर्यास्त होने से लक्ष्य का पीछा करना आसान हुआ : तेंदुलकर

नई दिल्ली। पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कहा है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई UAE) में इन दिनों जल्दी सूर्यास्त होने से तापमान में गिरावट आती है और इसी कारण आईपीएल (IPL) में रनों के लक्ष्य का पीछा करना अब आसान हो गया है। आईपीएल-13 (IPL 13) में शुरुआती चरण में पहले बल्लेबाजी करना आसान था क्योंकि दूसरी पारी में गेंद ज्यादा स्विंग करती थी। लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा तो दूसरी पारी खेलने वाली टीम को फायदा होने लगा।

मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 57 रनों से हराया, फाइनल में पहुंची

सचिन ने ट्वीटर पर एक वीडियो पोस्ट कर बताया, टूर्नामेंट छह सप्ताह पहले शुरू हुआ था। अगर आप तब के तापमान की तुलना आज के तापमान से करेंगे तो यह पूरी तरह से अलग है। औसतन इसमें पांच से छह डिग्री की गिरावट देखी गई है। साथ ही आप परछाई देखें, सूरज की स्थिति देखें। सूर्यास्त का समय अलग है और यह सभी चीजें पिच पर प्रभाव डालती हैं।

DC ने टॉस जीताकर MI के खिलाफ गेंदबाजी का फैसला लिया

उन्होंने कहा, टूर्नामेंट की शुरुआत में की तलुना में दूसरी पारी में पिच का तापमान कम हो रहा है। इसलिए अगर आप देखेंगे तो टूर्नामेंट के पहले हाफ में खासकर अबू धाबी और दुबई में दूसरी पारी खेलने वाली टीम ज्यादा सफल नहीं हो रही थी। वह लगातार मैच हार रही थीं। सचिन ने कहा कि पहले बल्लेबाजी आसानी से ऑन द राइज शॉट खेल रहे थे लेकिन अब मुश्किल हो गया है।

उन्होंने कहा, आखिरी के सात-आठ दिनों में आप देखेंगे कि दूसरी पारी खेलने वाली टीम जीत रही है। वो जहां भी खेल रही हों वो जीत रही हैं। यह इसलिए क्योंक सूरज जल्दी डूब रहा है, ऐसे में अगर आप पहले गेंदबाजी भी करते हैं तो गेंदबाजों को मदद मिलती है। पिच से मदद मिल रही है जो पहले नहीं थी।

IPL 2020 के पहले क्वालीफायर मैच में आज DC का मुकाबला MI से

उन्होंने कहा, अब आगे की तरफ गेंद को मदद मिल रही है क्योंकि ठंड है। दूसरी पारी में, गेंद आगे पड़कर स्विंग तो ले रही है, लेकिन साथ ही गेंद थोड़ी गिली भी है क्योंकि तापमान में गिरावट है। एक बार गेंद गिली हो जाती है तो विकेट से ज्यादा कुछ होता नहीं है। तेज गेंदबाजों की गेंद स्किड कर रही है। आपको शुरुआती चार या पांच ओवर देखने होंगे, जब सीम चिपकती है। तीन-चार ओवर बाद गेंद फ्लेट हो जाती है और यह फिर ज्यादा 30 यार्ड के बाहर जाती है।



Source: Sports

You may have missed