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डोंगरगढ़ में अंतरराज्यीय मानव तस्करी का पर्दाफाश, शादीशुदा महिला को किडनैप करके बेच दिया हरियाणा में

राजनांदगांव/डोंगरगढ़. राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में अंतरराज्यीय मानव तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। डोंगरगढ़ पुलिस ने मानव तस्करी के आरोप में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक विवाहित महिला ने स्वयं पुलिस के पास पहुंचकर प्रदेश की लड़कियों को अपहरण कर राज्य से बाहर भेजने वाले गिरोह की जानकारी दी, तब पुलिस हरकत में आई। महिला ने बताया कि चाय में नशीली दवा मिलाकर उसका अपहरण किया गया। बाद में हरियाणा ले जाकर उसे जिस्मफरोशी के धंधे में झोंक दिया गया। बाद में आरोपियों ने उसे दूसरे युवक को बेच दिया।

पुलिस ने किया महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार
महिला व उसके पति के बयान के आधार पर पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए नगर के ही चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जिसमें बंगालीपारा निवासी सलमान पिता अहमद खान 30 साल, रजानगर निवासी जुनैद पिता अहमद अली 22 साल, शुभम पिता स्व. अवधेश तिवारी एवं 32 वर्षीय महिला साजदा सैयद पिता सैयद अब्दुल रसीद निवासी ईदगाह के पास को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ धारा 363, 365, 366, 368, 506, 370 क/2 भारतीय दंड विधान के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया गया है।

डोंगरगढ़ में अंतरराज्यीय मानव तस्करी का पर्दाफाश, शादीशुदा महिला को किडनैप करके बेच दिया हरियाणा में

यह है पूरा मामला
पीडि़त महिला ने बताया कि वह अपने पति व 4 वर्षीय बेटे के साथ नगर के वार्ड 20 में निवासरत हैं। छह माह पूर्व उसका परिचय मार्निंग वॉक के दौरान ईदगाह के समीप ॅरहने वाली मुसलमान महिला साजदा सैयद से हुआ। प्रतिदिन सुबह घूमने के साथ-साथ दोनों में दोस्ती होती गई। इस बीच महिला उसे घर ले गई और उसे पीने के लिए चाय दी। चाय पीने के बाद वह बेहोश हो गई, उसे जब होश आया तो उसके साथ चार और युवतियां थीं। सभी कार पर सवार थे। महिला के साथ उसका बेटा भी था, उसे धमकी देकर विमान से दिल्ली ले जाया गया। दिल्ली से सभी को कार से हरियाणा राज्य के सिंधाना ले जाया गया, जहां एक मकान में सबको अलग-अलग कमरे में रखा गया।

युवक ने किया बलात्कार
महिला ने बताया कि इस दौरान शुभम तिवारी ने उसके साथ बलात्कार किया और जान से मारने की धमकी देकर किसी अजय नामक व्यक्ति के माध्यम से सुरेश नामक युवक के पास बेच दिया गया। महिला ने जब उसे बताया कि वह शादीशुदा है और भागने का प्रयास किया, तब सुरेश ने पकड़कर वापस साजदा सैय्यद, शुभम तिवारी, अजय, रेखा लोगों के साथ भेज दिया। फिर राजेश चमरा के साथ उसकी शादी कर दी गई, तब उसने पति को सारी बात बताई। राजेश और पार्षद के साथ थाने में जाकर घटना के संबंध में जानकारी दी।

लॉकडाउन में फंस गई थी महिला
राजेश चमरा और पार्षद को बुलाकर थाने में समझाने पर वहीं रूकी रही। लॉकडाउन के कारण साधन नहीं होने से वहां सुरक्षित थीं। लॉकडाउल खुलने के बाद साधन होने से इन्हीं के द्वारा वहां से उसे ट्रेन में बिठाकर दुर्ग भेजा गया। वहां से पति के साथ वापस डोंगरगढ़ पहुंची। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर बाकी बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें भेजी है। जल्द ही अन्य आरोपियों को पकडऩे का दावा पुलिस ने किया है। पीडि़त महिला ने निर्भिकता दिखाते हुए खुलासा किया जिस पर अब पुलिस कार्रवाई कर रही है।

पति ने लिखाई से गुमशुदगी रिपोर्ट
पीडि़त महिला के पति ने अपनी पत्नी और बच्चे के गुम होने की रिपोर्ट 10 सितंबर को ही पुलिस में दर्ज करा दी थी। इसके अलावा उसने गिरोह के कुछ लोगों पर शंका भी व्यक्त की थी। पुलिस की कार्रवाई के अभाव में उसकी पत्नी को तीन माह तक दर्दभरी जिंदगी बसर करनी पड़ी और पुलिस हाथ पर हाथ धरी बैठी रही। पुलिस की रवैये की कलई तब खुली जब निर्भीक महिला ने अपने स्वयं के बल पर अपने आपको तो छुड़ाया ही साथ ही माई की नगरी में चल रहे मानव तस्करी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश भी किया।

राज्यभर से युवतियां गायब
मानव तस्करी के इस गिरोह के बारे में यदि उच्च स्तरीय जांच कि गई, तो संपूर्ण राज्य से गायब हो रही महिलाओं के संबंध में बड़ा खुलासा हो सकता है। अंतरराज्यीय गैंग के पर्दाफाश होने की संभावना है। धर्मनगरी में अन्य तरह के अवैध व्यवसाय भी तेजी से फल-फूल रहा है। सिर्फ डोंगरगढ़ ही नहीं संपूर्ण जिले से लगातार युवतियां गायब हो रही हैं। बीते दिवस ही डोगरगांव में शॉपिंग के लिए गई बालिका बाजार से गायब हो गईं, जिस पर डोगरगांव पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया है।



Source: Education