Protest – डूब प्रभावितों ने कहा- टीनशेड की जल्द चालू करें बिजली, अधिकारियों का जवाब-बिल भरने के बाद ही करेंगे चालू
बड़वानी. टीनशेड की बिजली पिछले 10 दिनों से अधिक समय से बंद होने के बाद गुरुवार को टीनशेड में रहने वाले डूब प्रभावितों ने विद्युत वितरण कंपनी पहुंच अधिकारियों पर सवाल दागे। बिजली कटने की समस्या को बताते हुए प्रभावितों ने कहा कि अंधेरे के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हमारे टीनशेड की बिजली जोड़ी जाए। इस पर विविकं के अधिकारियों ने दो टूक जवाब दिया कि जब तक बिल नहीं भर जाता, तब तक बिजली शुरू नहीं की जाएगी। इस दौरान डूब प्रभावितों का आक्रोश साफ देखा जा रहा था। टीनशेड के डूब प्रभावितों ने कहा कि बिना पुनर्वास के हमारे गांवों और घरों को डूबो दिया है। उसके बाद जबरदस्ती हमें टीनशेड में लाकर छोड़ दिया। अब वहां की बिजली काटकर हमें परेशान किया जा रहा है। प्रभावितों ने कहा कि एक दिन एनवीडीए के अधिकारी हमारे साथ बिना बिजली के टीनशेड में रहकर देखें तो हमारी परेशानी उन्हें मालूम पड़ेगी। इस दौरान डूब प्रभावितों ने टीनशेड की बिजली जोडऩे की गुहार भी यहां लगाई, लेकिन इसका कोई असर विविकं के जिम्मेदारों पर नहीं हुआ।
टीनशेड में रहने वाले बेघर प्रभावितों ने यहां अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि सरदार सरोवर बांध के बैक वाटर की डूब आने से उनके गांव और घर डूब गए हैं। एनवीडीए ने उनका पुनर्वास भी अभी तक नहीं किया है। कई लोगों को प्लॉट नहीं मिले हैं। वहीं कई प्रभावित ऐसे हैं, जिन्हें मकान बनाने के लिए पांच लाख 80 हजार रुपए का पैकेज मिलना बाकी है। उसके पहले ही लोगों के गांवों को सरकार ने उजाड़ दिया। इन लोगों ने विरोध करते हुए पूर्ण पुनर्वास की मांग की है। बता दें बांध के बैक वाटर की डूब से बेघर हुए प्रभावित पिछले दो सालों से टीनशेड में समस्याओं के बीच रह रहे हैं। अब यहां की बिजली कटने के बाद इन्हें पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। इतनी समस्याओं के बाद भी इनके प्रति किसी की कोई जवाबदेही नहीं दिखाई दे रही है। इनके दर्द को देखते हुए भी जिम्मेदार संवेदनहीन बने हुए हैं। ऐसे में इनकी तकलीफ बढ़ती जा रही है।
कारंजा पर किया विरोध प्रदर्शन
विविकं के घेराव के पूर्व नर्मदा बचाओ आंदोलन कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में होने वाले किसान सम्मेलन में जाने वाले नर्मदा घाटी के लोगों को रोकने का विरोध किया। कारंजा पर विरोध प्रदर्शन के दौरान इन्होंने बताया कि किसान विरोधी कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे देशभर के संगठनों के लोगों को कार्यक्रम स्थल तक जाने रोक लिया गया। इसे इन्होंने बर्बरता पूर्ण निर्णय करार दिया।
टीनशेड के 14 कनेक्शन का 16 लाख रुपए से अधिक के बिल बकाया है। बिल जमा कराने के लिए हम एनवीडीए के अधिकारियों ने बार-बार संपर्क कर रहे हैं। उसके बाद भी बिल नहीं भरा जा रहा है। जब तक बिल नहीं भरा जाता, हम कनेक्शन कैसे जोड़ेगे।
– डीएस राजपूत, कार्यपालन यंत्री विविकं बड़वानी
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