बर्ड फ्लू : जिले में फिर दस पक्षियों की मौत
दतिया. जिले में वर्ड फ्लू की दस्तक के बाद प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर धारा १४४ लागू की गई है। इसके साथ जिले में पॉल्ट्री उत्पादों का परिवहन पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया है। सोमवार को जिले के विभिन्न स्थानों पर दस पक्षी मृत पाए गए। पक्षियों के मृत पाए जाने से लोगों में हडक़ंप है।
उल्लेखनीय है कि जिले में सबसे पहले कर्णकुंज कॉलोनी में मृत कौआ मिला था। मृत कौए का सैंपल लेकर उसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया। रविवार को आई जांच रिपोर्ट में कौए की मौत वर्ड फ्लू से होने की पुष्टि हुई है।
जिले में कौए की मौत वर्ड फ्लू से होने के बात प्रशासन ने लोगों से ऐहतियात बरतने की अपील की है। सोमवार को फिर विभिन्न स्थानों पर कौआ, कोयल, चिडिय़ा, बतख एवं कबूतर मृत पाए गए। पक्षियों के मृत पाए जाने की सूचना के बाद पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने मृत पक्षियों को जब्त कर उन्हें अपनी निगरानी में दफन करवाया।
15 दिन के लिए परिवहन पर रोक
कलेक्टर संजय कुमार ने मृत कौए में वर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद मानव जीवन की सुरक्षा एवं लोक स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए जिले में धारा १४४ लागू की है। धारा १४४ लागू करने के सथ चिकन, अंडों आदि पोल्ट्री उत्पादों को बाहर से मंगाने और भेजने पर पूरी तरह रोक लगा दी है। पॉल्ट्री उत्पादों का परिवहन निकटवर्ती उत्तरप्रदेश तथा झांसी जिले से भी आगामी १५ दिनों के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। कलेक्टर ने लोगों से अनुरोध किया है कि वह संक्रमण की संभावना वाले क्षेत्रों से स्वयं को दूर रखें।
कौआ, कोयल, कबूतर समेत दस पक्षी मृत मिले
सोमवार को स्थानीय ज्योति नगर में शंकर जी के मंदिर के चबूतरे पर एक कौआ मृत पाया गया। इसी तरह गांधी रोड पर चऊदा के बाड़े के सामने एक कबूतर मृत मिला। जिला न्यायालय परिसर में कबूतर मृत मिला। पुलिस लाइन मस्जिद के पीछे कौआ मृत पाया गया। सेंवढ़ा तहसील क्षेत्र के ग्राम देवपुरा में तथा कृषि उपज मंडी दतिया के सामने एक – एक कौआ मृत मिला। बड़ौनी कस्बे में एक चिडिय़ा मृत पाई गई और भांडेर में झांसी रोड पर एक बतख तथा पीतांबरा पीठ परिसर में कोयल मृत मिली।
Source: Education