Corona Third Wave in astrology: कोरोना की तीसरी लहर कब और कैसे आएगी, जानें बचाव के उपाय
Corona 3rd Wave Timing and Symptoms in Astrology: कोरोना की तीसरी लहर को लेकर दुनिया भर में डर का माहौल बना हुआ है। वहीं देश में दूसरी लहर का कहर अब कमजोर पड़ता जा रहा है, ऐसे में अनलॉक की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। वहीं तीसरी लहर कब और कितनी भयानक होगी इसे लेकर लोगों के माथों पर चिंता साफ देखने को मिल रही है।
दरअसल पिछले एक साल से पूरी दुनिया में कोरोना के कहर ने जहां अर्थव्यवस्थाओं को जड़ से हिलाकर रख दिया है, वहीं लाखों लोगों की मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।
ऐसे में अब तीसरी लहर को लेकर जहां कई ओर से कई तरह की बातें आ रही हैं, वहीं ज्योतिष के जानकारों ने भी ग्रहों की दिशा व दशा को देखते हुए एक बड़ा खुलासा किया है। जिसमें यह तक बताया गया है कि कोरोना की तीसरी लहर कब, कैसे और किस माध्यम से आएगी। वहीं ज्योतिष के जानकारों ने इससे बचाव के तरीके भी ढ़ूंढ़ निकाले हैं।
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उनके अनुसार जहां मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग व लगातार हाथों को सेनेटाइज करने की प्रक्रिया का हमें पालन करते रहना होगा, वहीं तीसरी लहर से बचने के लिए हमें कुछ अन्य उपायों का भी इस्तेमाल करना होगा।
कब और किस माध्यम से आएगी कोरोना की तीसरी लहर…
इस संबंध में ज्योतिष के जानकारों के अनुसार देश में कोरोना का तीसरी लहर सितंबर 2021 से मार्च 2022 के बीच में आने की संभावना है। जो समय रहते नहीं संभाली गई तो यह लहर दूसरी लहर से भी ज्यादा घातक सिद्ध होगी।
दरअसल ज्योतिष के जानकार पंडित एके शुक्ला के मुताबिक कोरोना पर राहु-केतु जैसे ग्रहों का अत्यधिक प्रभाव है। वहीं अभी राहु वृषभ राशि में हैं। ऐसे में कोरोना की पहली व दूसरी लहर वायु तत्व से जुड़ते हुए वायु जनित रोग के रूप में ही देखने को मिली थी।
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वहीं अब राहु का अगला बदलाव अप्रैल 2022 में मेष राशि में होगा। वृषभ में अंतिम चरण के दौरान ही कोरोना की तीसरी लहर आती दिख रही है। इस दौरान ग्रहों की जो दिशा व दशा बन रही है उसके मुताबिक इस लहर (कोरोना की 3rd वेव) के जल तत्व से आने के संकेत मिल रहे हैं।
ऐसे में यह तीसरी लहर (कोरोना की 3rd वेव) डायरिया और उल्टी जैसे सामान्य लक्षणों से दस्तक देगी, जो अपने पैर पसारते हुए अत्यधिक तबाही की ओर बढ़ेगी।
वहीं ज्योतिष के जानकार पंडित एसके पांडे के अनुसार ग्रहों की दशा व दिशा के आधार पर जहां कोरोना की 3rd वेव पानी से आती दिख रही है, ऐसे में दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन सहित अन्य तैयारियां जो की गई थीं वे तकरीबन धरी रह जाएंगी। और इससे बचने के लिए कुछ दूसरे उपाय भी अपनाने होंगे।
पं.पांडे के अनुसार आने वाले कुछ माह में इसके लक्षण सामने आने लगेंगे। तीसरी लहर पानी के जरिए आने के कारण ही यह बच्चों को काफी प्रभावित करेगी। और इसके लक्षण डायरिया और उल्टी के रूप में बच्चों में तेजी से देखने को मिलेंगे।
सितंबर या अक्टूबर 2021 से कोरोना की तीसरी लहर शुरु होने की संभावना है। ऐसे में खुद इससे बचने व अपने परिवार को बचाने के लिए कई चीजों को लेकर हमें सतर्क रहना होगा। सरकार की गाइड लाइन सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनेटाइजेंशन का तो पालन लगातार करते ही रहें। इसके अलावा कोरोना की इस 3rd वेव से बचने को लेकर जो कुछ खास करना है वह इस प्रकार है।
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ऐसे करें बचाव…
: पानी उबाल कर ही पिएं।
– इसके तहत पानी को अच्छे से उबाल लें, फिर इसे किसी चौड़े बर्तन में ठंडा कर लें। इसके बाद इसे छानकर फिल्टर करते हुए मटके में भर लें। एक बार का उबाला यह पानी आप 8 से 9 घंटे तक उपयोग में ले सकते हैं। इसके बाद दूसरा पानी उबाल लें। ध्यान रहे इस उबाले गए पानी को फ्रीज में नहीं रखना है।
: यदि पानी उबाल नहीं पा रहे हों तो पानी में क्लोरीन की गोली का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त कम से कम हाथों को अच्छे से धोकर, फिटकरी को पानी में घुमा दें। फिटकरी को साफ, सफेद कपड़े में लपेटकर भी ऐसा कर सकते हैं। वहीं निर्मली के बीजों को घिसकर पानी में डालने से भी पानी साफ हो जाता है, लेकिन यह पानी उबले पानी के बराबर सुरक्षित नहीं होता है।
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निर्मली के बीज आपको पंसारी की दुकान से मिल जाएंगे। इसे पानी में मिलाने पर पूरी गंदगी नीचे बैठ जाने के बाद पानी को छानकर कांच की बोतल में भरकर धूप में रखने से भी यह साफ होता है।
: बाहर का खुला खाना न खाएं और न ही बाहर का पानी पिएं।
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इनके अलावा ज्योतिष के जानकार डीके शास्त्री के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर जल तत्व पर आधारित रहने की संभावना है, जो अत्यंत घातक रह सकती है। यदि यह समय पर नहीं संभाला जा सका और यह फैल गया तो विश्व में जहां भी इसका विस्तार होगा वहां यह दूसरी लहर से भी ज्यादा तबाही मचा सकती है। ऐसे में इसके आने से पहले ही सबको सचेत रहना होगा।
Source: Religion and Spirituality