कोरोना के बाद केरल में निपाह वायरस का प्रकोप, केन्द्र ने भेजी टीम
नई दिल्ली। केरल में बढ़ते कोरोना केसेज के बीच निपाह वायरस के मामले भी अब सामने आ रहे हैं। राज्य के कोझिकोड में एक 12 वर्षीय बच्चे की मृत्यु निपाह वायरस से होने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि बच्चे को तीन सितंबर को हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था। संक्रमित बच्चे की आज सुबह मृत्यु हो गई। बच्चे के माता-पिता तथा परिवार का क्वारेंटाइन किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक मृतक बालक से जुड़े 30 लोगों को निगरानी में रखा गया है और 17 नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
केन्द्र सरकार ने इस संबंध में सहायता करने के लिए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र (NCDC) की एक टीम को केरल के लिए रवाना किया है। केन्द्र सरकार के सूत्रों के अनुसार बताया गया कि केरल के कोझीकोड में तीन सितंबर को निपाह वायरस का एक संदिग्ध केस सामने आया था। यहां पर एक 12 वर्षीय बच्चे को भर्ती करवाया गया था। उस बच्चे में इंसेफेलाइटिस और मायोकार्डिटिस के लक्षण मिले थे। उस बच्चे की आज सुबह मृत्यु हो गई।
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2018 में आया था पहला केस
भारत में निपाह वायरस (NIV) का पहला केस केरल के कोझिकोड में ही वर्ष 2018 में सामने आया था। उस समय 19 मई 2018 से एक जून 2018 के बीच मात्र 14 दिनों में ही इस बीमारी के चलते राज्य में 17 लोगों की मृत्यु हो गई थी।
चमगादड़ों से फैलता है निपाह वायरस
माना जा रहा है कि यह वायरस भी चमगादड़ों से फैला है। ऐसे चमगादड़ को फ्रूट बैट भी कहा जाता है जो फल खाते हैं और अपनी लार को फल पर ही छोड़ कर उसे भी प्रभावित कर देते हैं। जब ऐसे फल को किसी जानवर या व्यक्ति द्वारा खाया जाता है तो वह निपाह वायरस से संक्रमित हो जाता है।
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ये हैं निपाह वायरस के लक्षण
- इस वायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति के शरीर की मांसपेशियों में दर्द और खिंचाव की समस्या होती है। अक्सर यह दर्द इतना अधिक हो जाता है कि व्यक्ति लगातार बैचेन रहने लगता है।
- सांस लेने में दिक्कत होती हैं, सीने में जकड़न का अनुभव होता है और शरीर में भी जकड़न हो सकती है।
- निपाह वायरस से संक्रमित व्यक्ति को बार-बार उल्टी होना, मन का खराब रहना जैसी समस्या रहती है।
- कुछ मरीजों में निमोनिया के समान भी लक्षण दिखाई देते हैं।
Source: National