ढाई लाख को मिला गृह जिला, डबल्स वाले फिर भी वंचित
बाड़मेर. रीट परीक्षा के तहत प्रदेश में करीब ढाई लाख अभ्यर्थियों को गृह जिले आवंटित किए हैं लेकिन इसमें भी दो या अधिक आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को शामिल नहीं किया। इस पर विशेषकर महिला अभ्यथर््िायों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ेगी जबकि उनके अनुसार आवेदन में त्रुटि रहने की आशंका पर भी दो आवेदन किए हैं लेकिन उनको गृह जिला नहीं मिला।
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती को लेकर रीट २०२१ का आयोजन २६ सितम्बर के प्रदेश में होगा। करीब बीस लाख आवेदन आए हैं जिसमें लेवल प्रथम व द्वितीय की परीक्षा दो पारियों में होनी है। अभ्यर्थियों की ज्यादा तादाद होने पर परीक्षा आयोजन परेशानी का सबब बना हुआ है। करीब पन्द्रह लाख परीक्षार्थी अन्य जिलों में परीक्षा देने वाले थे जिस पर तीन दिन में विभिन्न सुधार को लेकर ऑनलाइन प्रक्रिया चली। इसके बाद प्रदेश में करीब ढाई लाख आवेदकों को उनके गृह जिले मिले लेकिन इसमें भी वे दोहरा आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को गृह जिला नहीं मिला है। इस पर महिला अभ्यर्थियों को लम्बा सफर तय करने की परेशानी झेलनी पड़ेगी।
नकल की आशंका पर निर्णय से अभ्यर्थी परेशान- बताया जा रहा है कि एक से अधिक आवेदन करने वालों के नकल करने की आशंका जताई जा रही है। इसके चलते उनको दुरस्त जिले दिए गए हैं। इसको लेकर अभ्यर्थियों का कहना है कि एक से अधिक आवेदन करने का मतलब नकल की आशंका जताना सही नहीं है। क्योंकि कई बार आवेदन में त्रुटि रहने पर कहीं परीक्षा से वंचित नहीं रह जाए इस चिंता में दोहरा आवेदन कर देते हैं।
हजारों अभ्यर्थियों ने दो से ज्यादा आवेदन किए हैं।
गलत निर्णय- अधिक आवेदन करने का मतलब नकल की आशंका जताना गलत है। महिलाओं को इससे दिक्कत हो रही है। सीसीटीवी कैमरे, स्टाफ लगाने के बावजूद एेसा निर्णय कर हमें दूर भेजना गलत है।- कंचन, अभ्यर्थी
Source: Education