पुलिस से बचने मां और बेटे ने पिता की लाश को जमीन में किया दफन
अनूपपुर। करनपठार थाना के ग्राम खरसोल में पति-पत्नी के बीच हुए आपसी झगड़े में पत्नी द्वारा अपने पति को धक्का दे दिया, जिसमें पति मुंह के बल जमीन पर गिर गया। इसमें उसकी मौत हो गई। इसके बाद पति की लाश को पत्नी और बेटे ने मिलकर बाड़ी में गाड़ दिया। यहीं नहीं दो माह बाद फिर से मां और बेटे ने बाड़ी में दबे लाश को बाहर निकाल घर से दूर स्थित अपने खेत में गाड़ दिया। करनपठार थाना प्रभारी सोने सिंह परस्ते के अनुसार २९ अगस्त को लखन सिंह ने अपने जीजा ५५ वर्षीय ओंमकार सिंह पिता अच्छेलाल ङ्क्षसह की गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस ने गुमशदगी का मामला दर्ज कर विवेचना के लिए सरई चौकी भेजा। इस बीच मृतक के परिजनों ने जमीन के हिस्सा बांट के लिए ओंमकार ङ्क्षसह की उपस्थिति होना अनिवार्य बताया। लेकिन हर बार ओंमकार ङ्क्षसह की अनुपस्थिति पर उसने उसके घर वालों से पहुंच पूछताछ की गई। ओंमकार की पत्नी धरनी बाई ने पूरा मामला बताते हुए अपनी गलती स्वीकार कर ली। पुलिस के अनुसार २९ मई बुधवार को ओंमकार सिंह बाजार करने जा रहा था, जहां उसकी पत्नी धरनी बाई ने उससे तेन्दुपत्ता तोड़ाई में मिले रूपए को देकर बाजार जाने को कहा। ओंमकार ने रूपए के हिसाब लेने की बात को बोलने से दोनों के बीच विवाद हो गया। पत्नी ने पति को धक्का मार दी, जिससे ओंमकार मुंह बल जमीन पर गिर पड़ा और फिर नहीं उठा। धरनी बाई ने अपने पुत्र जयपाल सिंह गोड़ की मदद से उसे कमरे में ले जाकर सुला दी। अचानक आधी रात में धरनी बाई ने अपने पुत्र को उठा कर ओंमकार की मौत हो जाने की बात बताई। इसके बाद दोनों मां बेटे ने मिलकर पुलिस से बचने ओंमकार के शव को घर के बाहर बाड़ी में गाड़ दिया। ऊपर केले का पेड़ लगा दिया। पुत्र जयपाल सिंह ने बताया की अचानक घटना के दो माह बाद मां ने उसे फिर जगाया और दोबारा से पिता की लाश को बाहर निकालने एवं लाश को दूर खेत में दफनाने की बात कही। जिस पर मैंने फिर से पिता की लाश को गड्ढे से निकाला और लाश को दूर अपने खेत में दफन कर दिया। पुलिस ने दोनों मां बेटे को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है।
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