रूसी हमले के बीच यूक्रेन से आए भारतीय नागरिक पालतू कुत्ते भी ला रहे साथ, सरकार से मांगी थी NOC
रूस लगातार यूक्रेन पर अपने हमले बढ़ा रहा है । युद्ध के नौवें दिन भी रूस का अटैक जारी है, हालांकि यूक्रेन भी इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। वहीं युद्ध के इस माहौल से लगातार भारतीयों की वतन वापसी हो रही है। भारत सरकार भारतीयों को यूक्रेन की सीमा से सटे देशों से वतन वापस लाने में जुटी है। खास बात यह है कि अब यूक्रेन से निकाले गए भारतीय नागरिक अपने पालतू जानवरों को भी साथ ला रहे हैं। युद्धग्रस्त यूक्रेन से विशेष उड़ान के जरिए इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंची भारतीय छात्रा तनुजा पटेल अपने पालतू कुत्ते को अपने साथ ले आई। वहीं ऋषभ कौशिक और उनका कुत्ता मालिबू यूक्रेन से बुडापेस्ट (हंगरी) होते हुए घर लौट आया है।
मिशन ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत ना सिर्फ भारतीय नागरिक बल्कि उनके पालतू जानवर भी सुरक्षित भारत लौट रहे हैं। अपने पालतू डॉग के साथ दिल्ली और मुंबई के एयरपोर्ट पर आ रही फ्लाइट में अब ये नजारा देखने को मिल रहा है, जहां लोग अपने साथ अपने बेजुबान साथी को भी सुरक्षित लेकर आ रहे हैं।
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तनुजा ने मीडिया से बात में कहा कि, वह विमान में सवार होने से पहले अपने कुत्ते सिंदू को एक कार में यूक्रेन के सीमावर्ती इलाके से लेकर आई। तनुजा ने बताया कि, शुरुआत में यूक्रेनी अधिकारियों ने मुझे अपने पालतू जानवर को लाने की अनुमति नहीं दी, लेकिन जब मैंने उन्हें लिखित रूप में यह बताने के लिए कहा कि पालतू जानवरों को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जा सकती, तब आखिरकार उन्होंने अनुमति दे दी।
मालिबू के बिना ऋषभ ने आने से किया था इनकार
ऋषभ कौशिक उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रहने वाले हैं। वह खार्किव के एक कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहे हैं। ऋषभ की मानें तो मालिबू को साथ लाना इतना आसान नहीं था। उसे भारत लाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
इन समस्याओं का जिक्र उन्होंने इंस्टाग्राम पर किया था। उन्होंने सरकार से एनओसी की अनुमति देने का आग्रह किया था। दरअसल ऋषभ ने पहले मालिबू के बिना आने से ही इनकार कर दिया था। लेकिन जब उसे इजाजत मिली तो भारत अपने साथी के साथ लौट आए।
जारी हुई थी एडवाइजरी
दरअसल हाल में भारतीय नागरिकों को अपने पालतू जानवरों को साथ लाने की अनुमति देने के लिए विभाग की ओर से अहम एडवाइजरी जारी की गई थी।एक ज्ञापन आया था जिसमें कहा गया था कि पालतू जानवरों और यहां तक कि आवारा जानवरों को भी अब बिना एनओसी के अनुमति दी जा रही है।
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Source: National