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ग्रामीणों की बढ़ी चिंता, हाथियों ने मासुलखोई गांव में फसल को पहुंचाया नुकसान

धमतरी. वनांचल क्षेत्र के जंगल में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को मासूलखोई में 3 किसानों के खेत में धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने वन विभाग से क्षतिपूर्ति मुआवजा की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि गर्मी के सीजन में पिछले 2 सालों से हाथियों का दल धमतरी जिले के जंगल में आता है। इस साल भी चंदा हाथी समेत दो अन्य दल के हाथी भी बड़ी संख्या में रिसगांव क्षेत्र के जंगल में विचरण कर रहे हैं, जिसके चलते वन अमला को कापुी मशक्त करना पड़ रहा है। हाथियों के उत्पात के चलते ग्रामीणों में भी दहशत व्याप्त है। रिसगांव के दिनेश मरकाम, सत्तू कमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हाथियों का दल मासुलखोई समेत रिसगांव रेंज के जंगल में विचरण कर रहा है। इससे महुआ बीनने के लिए जाने वाली महिलाओं को परेशानी हो रही है। वन विभाग के अलर्ट के चलते ग्रामीण अब घर से निकलने से भी कतर आने लगे हैं इसी कड़ी में चंदा हाथियों के दल ने शनिवार को रिज गांव क्षेत्र के कक्ष क्रमांक-238 आमझर समेत आसपास के गांव में हाथियों के दल ने मासुलखोई में 3 किसानों के कई एकड़ में लगे धान की फसल को रौंदकर चौपट कर दिया है। इससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। किसानों ने वन विभाग से क्षतिपूर्ति मुआवजा देने की मांग की है।

उधर केरेगांव रेंजर की माने तो शुक्रवार की देर रात चंदा हाथियों का दल और पुट्टी से होते हुए मारदापोटी, बांसपारा समेत कुम्हड़ा के आसपास विचरण कर रहा है। आसपास के करीब दर्जनभर गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। सूत्रों की माने तो जिले के जंगल में केरेगांव रेंज में चंदा हाथियों का दल, सिकासेर हाथी का दल और हाथी के दल से बिछड़े दो अन्य हाथी भी जंगल में विचरण कर रहे हैं। इस तरह इस साल करीब 55 हाथियों का दल जंगल में विचरण कर रहा है।

इन गांवों में किया गया हाई अलर्ट
सूत्रों की मानें तो वन विभाग के अधिकारियों ने वनांचल के ग्राम आमगांव, खल्लारी, जोगीबिरदो, चमेदा, गाताबहारा और मासुलखोई समेत आसपास के दर्जनभर गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। यहां के ग्रामीणों को हाथी से बचने के लिए सतर्क रहने की समझाइश दी जा रही है। यही नहीं रात के समय अपने घरों में लाइट को चालू रखने के लिए भी कहा गया है।

चंदा हाथियों का दल रिसगांव समेत आसपास के जंगल में विचरण कर रहा है। ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
– हरीश पांडे, एसडीओ वन विभाग



Source: Science and Technology News