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धर्मग्रंथों अनुसार ज्येष्ठ महीने में इन कार्यों को करने वाला व्यक्ति तमाम धनसंपदा का बनता है मालिक

ज्येष्ठ का महीना काफी विशेष माना जाता है। इस महीने के दिन बड़े होते हैं और रातें छोटी होती हैं। क्योंकि इस महीने में सूर्य की किरणें सीधी धरती पर पड़ती है जिस कारण इस दौरान गर्मी अपनी चरम सीमा पर होती है। जब बात ज्येष्ठ महीने की होती है तो नौतपा का जिक्र आ ही जाता है। नौतपा को भीषण गर्मी का संकेत माना जाता है। इस बार नौतपा 25 मई से 2 जून तक रहेगा। धर्मग्रंथों अनुसार इस महीने धर्म कर्म करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। जानिए इस दौरान क्या करें और क्या न करें।

ज्येष्ठ महीना इसलिए है खास: इस महीने भगवान विष्णु, सूर्य देव और हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। ज्येष्ठ महीने में आने वाले हर मंगलवार खास माने जाते हैं जिन्हें बड़ा मंगलवार के नाम से जाना जाता है। खास बात ये है कि इस वर्ष ज्येष्ठ मास मंगलवार के दिन से ही प्रारंभ हुआ है और इसका समापन भी मंगलवार को होगा। इस महीने 5 बड़े मंगलवार पड़ेंगे। ज्येष्ठ महीने में आने वाले मंगलवार में भगवान हनुमान की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होने की मान्यता है।

शुभ फल की प्राप्ति के लिए ज्येष्ठ महीने में क्या करें:
-महाभारत के अनुसार, ज्येष्ठामूलं तु यो मासमेकभक्तेन संक्षिपेत्। ऐश्वर्यमतुलं श्रेष्ठं पुमान्स्त्री वा प्रपद्यते, अर्थात ज्येष्ठ महीने में जो व्यक्ति एक समय भोजन करता है वह अपने जीवन में तमाम धन-संपत्ति का मालिक बनता है।

-इस महीने बाल गोपाल का अभिषेक करें और उन्हें माखन मिश्री का भोग लगाएं। साथ ही उन्हें चंदन का लेप भी लगाएं।

-इस महीने पशु, पक्षियों, जीव जंतुओं के लिए पानी की व्यवस्था करें। क्योंकि इस महीने गर्मी बहुत ज्यादा पड़ती है। इस उपाय को करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और कुंडली में ग्रह दोष भी खत्म होने लगते हैं।

-इसके साथ ही इस दौरान राहगीरों के लिए भी पानी की व्यवस्था करें। इस महीने जरूरतमंदों को पानी पिलाने से शुभ फल की प्राप्ति होने की मान्यता है।

-अगर मुमकिन हो तो इस महीने लोगों को छाते, अन्न, पेय वस्तुओं आदि का दान जरूर करें।

-गौशाला में हरी घास का दान करें।

-शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
-इस महीने में भगवान हनुमान की सच्चे मन से पूजा करें। क्योंकि ये महीना हनुमान जी की पूजा के लिए विशेष माना जाता है।

-सुबह जल्दी उठकर स्नान करके माँ लक्ष्मी का ध्यान करें।

-इस महीने में तिल का दान करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

-ज्योतिष अनुसार इस महीने के स्वामी ग्रह मंगल माने जाते हैं। ऐसे में यदि आप मंगल से संबंधित चीजों का दान करते हैं तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मंगल से संबंधित चीजों जैसे मसूर की दाल, तांबे की वस्तु, गुड़ आदि इसमें आते हैं।

ज्येष्ठ महीने में न करें ये काम:
-इस महीने में बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए।
-दिन में सोने से बचना चाहिए।
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Source: Religion and Spirituality