Covid Serious Symptoms: कोरोना फेफड़ों सहित 6 अंगों कर रहा डैमेज, इन 25 लक्षणों पर रखें नजर
अब तक यही माना जाता रहा है कि कोरोना संक्रमण में लंग्स ही सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं, लेकिन कोरोना के बदलते स्वरूप में अब छह अंग भी सेफ नहीं रहे। ये वायरस फेफड़ों के साथ ही दिल, दिमाग, किडनी, पेट और आंतों को भी डैमेज कर रहा है।
पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना के नए मामलों में एक बार फिर से तेजी नजर आ रही है। कोरोना के कई वेरिएंट्स, ओमीक्रोन बीए.4 और बीए.5 (Omicron BA.4 or BA.5) घातक बनने लगे हैं। कोरोना से अअब फेफड़ों के अलावा और कौन से अंग प्रभावित हो रहे हैं, चलिए जानें।
पेट और आंतों पर भी कोरोना का खतरा
कोरोना संक्रमित मरीजों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण नजर आ रहे हैं। अचानक पेट में दर्द, मिचली और उल्टी के साथ ही पाचन तंत्र में गड़बड़ी अब संक्रमितों को परेशान कर रही है। गंभीर मामलों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग भी देखने को मिल रही है।
दिल पर भी कोरोना का कहर
एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम, कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर, मायोकार्डिटिस और एरिथमिया जैसी दिल से जुड़े रोग कोरोना संक्रमितों में पाए जा रहे हैं। इस बीमारी के सामान्य लक्षण सीने में जकड़न, ठंडा पसीना, सांस लेने में तकलीफ, अनियमित दिल की धड़कन और बाहों, गर्दन और जबड़े में दर्द महसूस होना शामिल हैं।
फेफड़ों पर खतरा बरकरार
कोरोना वायरस का खतरा फेफड़ों पर बरकारा है। कोरोना फेफड़ों को डैमेज करता है और इसकी वजह से छाती में बहुत अधिक म्यूकस जमा हो जाता है। ये फेफड़ों में हवा की थैली की दीवारों और अस्तर पर हमला करता है और उन्हें नुकसान पहुंचाता है। साथ ही सूजन की समस्या भी होती है। इसके सामान्य लक्षण अत्यधिक थूक उत्पादन, खांसी, छाती में जमाव और सांस लेने में कठिनाई हैं।
किडनी भी होने लगी प्रभावित
कोरोना संक्रमितों में किडनी से जुड़ी समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं। किडनी में रिसेप्टर कोशिकाएं होती हैं जो शरीर में कोरोनावायरस के प्रवेश को सक्षम बनाती हैं। रक्त में ऑक्सीजन का स्तर असामान्य रूप से कम होने के कारण कोरोना किडनी को प्रभावित करता है जो निमोनिया के कारण होता है। कोरोना के कारण किडनी खराब होने पर दिखाई देने वाले सामान्य लक्षण अनियमित पेशाब, टखनों और पैरों में सूजन, आंखों के आसपास सूजन, सांस की तकलीफ, थकान, दौरे और कोमा हैं।
दिमाग पर दिख रह मतिभ्रम का असर
कई मामलों में मरीजों के स्पाइनल फ्लूड और ब्रेन सेल्स में कोरोना वायरस देखा गया है। सेरेब्रल कॉर्टेक्स और ब्रेनस्टेम में कोरोना वायरस रिसेप्टर कोशिकाएं मौजूद होती हैं, जिनसे वायरस प्रवेश करता है। कोरोना में बनने वाले थक्के मस्तिष्क तक जाने वाली धमनियों को संकुचित कर सकते हैं जिससे स्ट्रोक हो सकता है। दिमाग की समस्याओं से जुड़े कोरोना के सामान्य लक्षण दौरे, गंध और स्वाद की कमी, सिरदर्द, एकाग्रता की कमी, व्यवहार में बदलाव और चेतना की हानि हैं।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। ‘पत्रिका’ इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।
Source: disease-and-conditions