धोनी की कप्तानी में डेब्यू करने वाले 3 टैलेंटेड खिलाड़ी, जिन्हें अब सभी भूल चुके हैं
MS dhoni captaincy player debut: जब कभी भी भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के सफलतम कप्तानों का नाम लिया जाएगा तो उसमें महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का नाम सबसे आगे होगा। क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने ना सिर्फ वर्ल्ड कप जीता (2011) बल्कि आईसीसी की तीनों फॉर्मेट की ट्रॉफी भी टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में ही अपने नाम की थी। धोनी का क्रिकेट करियर लगभग 15 साल का रहा, इसमें बहुत से खिलाड़ियों ने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया। इनमें से कई खिलाड़ी ऐसे रहे जो लाइमलाइट में आए लेकिन वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जो कहीं गुमनाम हो गए। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही 3 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं आप सभी भूल चुके हैं
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1) बरिंदर सरन (Barinder Sran)
हमारी लिस्ट में पहले नंबर पर पूर्व भारतीय गेंदबाज बरिंदर सरन (Barinder Sran) आते हैं जिन्होंने एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सरन ने भारत के लिए छह वनडे और दो टी20 मुकाबले खेले हैं जिसमें वह क्रमश 7 और 6 विकेट ही निकाल पाए। इन 8 मैचों के बाद उन्हें टीम में ज्यादा मौके नहीं मिले, इसकी वजह से वह अपनी जगह बनाने में असफल साबित हुए और आज हम सभी उन्हें भूल चुके हैं।
2) फैज फजल (Faiz Fazal)
हमारी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर पूर्व भारतीय लेफ्ट हैंड बल्लेबाज फैज फजल (Faiz Fazal) आते हैं। इन्हें घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के चलते भारतीय क्रिकेट टीम में मौका मिला और साल 2016 में उन्होंने जिंबाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया। उन्होंने अपने पहले ही मैच में शानदार अर्धशतक लगाते हुए 55 रन बनाए थे। इसके बाद इन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले और आज हम सभी इन्हें भूल चुके हैं।
3) अभिनव मुकुंद (Abhinav Mukund)
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी अभिनव मुकुंद ने भी डेब्यू किया था। तमिलनाडु की तरफ से रणजी में शानदार प्रदर्शन करने के चलते उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में मौका मिला। साल 2011 में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ सबीना पार्क में टेस्ट डेब्यू किया। भारत के लिए उन्होंने 7 टेस्ट मैचों में 22.86 की औसत से 320 रन बनाए। साल 2011 से लेकर 2017 तक के बीच 8 सालों में वह मात्र 7 टेस्ट ही खेल पाए। इसके बाद इन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले और आज क्रिकेट फैंस इस टैलेंटेड बल्लेबाज को भूल चुके हैं।
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