स्टाफ नर्स ने मारा महिला सुरक्षाकर्मी को चांटा, परिजन ने किया हंगामा
झाबुआ. जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में प्रभारी के रूप में कार्यरत स्टाफ नर्स हंसा धामनिया ने व्यवस्थाओं से नाराज होकर मेटरनिटी वार्ड कि सुरक्षाकर्मी प्रमिला डामोर को थप्पड़ जड़ दिया। थप्पड़ मारने की घटना के बाद सभी गार्डों ने सांकेतिक विरोध दर्ज करते हुए एक दिन काम करने से इनकार कर दिया। घटना के बाद महिला सुरक्षाकर्मी प्रमिला के परिजन अस्पताल पहुंचे और मेटरनिटी वार्ड की प्रभारी हंसा से थप्पड़ मारने को लेकर सवाल- जवाब करने लगे , हंसा ने सिविल सर्जन को विवाद की जानकारी दी , सिविल सर्जन ने पुलिस की मदद ली । कुछ ही देर में पुलिस की टीम जिला चिकित्सालय पहुंची और थप्पड़ मारने पर विरोध दर्ज करने वाले प्रमिला और उसके परिजन को थाने लेकर पहुंची। थाने में पीडि़त पक्ष ने सिविल सर्जन को दिए आवेदन की कॉपी जमा की है। टीआई संजय रावत ने बताया कि आवेदन दिया है, लेकिन आवेदकों द्वारा अस्पताल के आला अधिकारियों के साथ समझौता करने का कहने पर मामला दर्ज नहीं हुआ।
सफाई को लेकर मेटरनिटी वार्ड प्रभारी को फटकार: अस्पताल में साफ- सफाई और अन्य व्यवस्थाओं में कमी को लेकर पत्रिका लगातार समाचार प्रकाशित कर रहा है। गुरुवार के अंक में भी जिला अस्पताल के एकमात्र वाटर कूलर में जम रही कई शौचालय में गंदगी का अंबार शीर्षक से खबर प्रकाशित की गई थी। खबर के बाद अस्पताल की व्यवस्था सुधारने सिविल सर्जन ने सुबह अस्पताल का दौरा किया। जब वे 11.30 बजे मेटरनिटी वार्ड में पहुंचे तो यहां की व्यवस्थाओं को देखकर काफी नाराजगी जताई। उन्होंने वार्ड प्रभारी स्टाफ नर्स हंसा को फटकार लगाई, जब सिविल सर्जन वार्ड से चले गए तब वार्ड प्रभारी हंसा ने सुरक्षाकर्मी प्रमिला को बुलाया और दोष मढ़ते हुए डांटने लगी। जब प्रमिला अपना पक्ष रख रही थी तो हंसा ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद भी जब हंसा का गुस्सा शांत ना हुआ तो वो वार्ड में पड़ी कुर्सियां इधर-उधर फेंकने लगी। जिससे अस्पताल में अफरा- तफरी का माहौल बन गया।
सफाईकर्मी डरकर बेहोश हो गई: वार्ड प्रभारी हंसा का गुस्सा देखकर बेड से चादर निकालने पहुंची महिला सफाई कर्मी ज्योति भूरिया डर के मारे बेहोश हो गई। महिला का पति जोअस्पताल में ही सफाईकर्मी है उसने पत्नी ज्योति को महिला वार्ड में भर्ती किया। डॉक्टर का कहना है कि अचानक अफरा- तफरी का माहौल देख ज्योति का ब्लड प्रेशर कम होने से बेहोशी कि स्थिति बनी थी , ज्योति अब ठीक है।
पीडि़त को पुलिस थाने लेकर पहुंची
प्रमिला ने अपने साथ हुए बर्ताव की जानकारी अपने परिजन को दी तो परिजन अस्पताल पहुंच गए। मामला बढ़ता देख स्टाफ नर्स ने सिविल सर्जन को वार्ड में विवाद होने की जानकारी दी। सिविल सर्जन ने थाना प्रभारी को फोन लगाकर मदद मांगी। कुछ ही देर में पुलिसकर्मी अस्पताल में पहुंचे और पीडि़त पक्ष को थाने ले गए ,जहां पीडि़त पक्ष ने थाने में आवेदन दिया है।बताया जा रहा है कि अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज नहीं हुआ है।
सुरक्षाकर्मी 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल पर
अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा आउटसोर्सिंग कंपनी कामथेन सिक्योरिटी सर्विसेज के जिम्मे है। सुपरवाइजर फ्रांसिस मेडा ने बताया कि हम इस घटना का विरोध करते हैं। इसलिए आज सांकेतिक विरोध दर्ज करने काम बंद रखा है। पहले भी ऐसी घटनाएं घटी, लेकिन तब अपशब्द कहे जाते थे ,मारपीट नहीं हुई थी, लेकिन आज महिला कर्मी पर हाथ उठाने की घटना से सभी नाराज हैं। हमने शांतिपूर्ण विरोध दर्ज करने के लिए हड़ताल की है।
Source: Education