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मिड-डे-मिल- पाउडर के दूध से बढ़ाएंगे बच्चों में पौष्टिकता

टोंक. राज्य सरकार की बजट घोषणा के अनुसार जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से आठवीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सप्ताह में दो दिन दूध मिलेगा। ये दूध सरकार की बाल गोपाल योजना के तहत पाउडर का होगा। जिले के 662 राजकीय विद्यालयों में नामांकित एक लाख 31089 विद्यार्थी सरकार की इस योजना से लाभाविन्त होंगे।

इसके पिछे सरकार का मानना है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग होता है और दिमाग को भी पोषण की जरूरत होती है और सरकार की इस कोशिश से बच्चों को फायदा होगा और उनकी स्कूलों में उपस्थिति भी बढ़ेगी। राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन द्वारा विद्यालय स्तर पर दूध पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।

राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में एक जुलाई से स्कूल खुलेंगे। ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से नामांकन बढ़ाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है। वहीं इसके लिए विद्यालयवार कमेटियां भी गठित की गई है, जो डोर टू डोर जाकर अभिभावकों से सम्पर्क कर नामांकन बढ़ाने का प्रयास करेंगे। वहीं उच्चाधिकारी इसकी मानिटरिंग करेंगे।

662 संस्थान में 131089 बच्चे है नामांकित
जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) प्रारम्भिक की ओर से जारी सूची के अनुसार टोंक जिले में कक्षा एक से आठ तक 662 संस्थानों में 131089 बच्चे नामांकित है। इनमें कक्षा 1 से पांच तक 6788 व कक्षा 6 से 8 तक 701 बच्चें मदरसों में नामांकित है। इसी प्रकार कक्षा 1 से 5 में 76415 व कक्षा 6 से 8 में 47185 बच्चे सरकारी विद्यालयों में नामांकित है।

प्रार्थना सभा के बाद होगा वितरण
विद्यालय में होने वाली प्रार्थना सभा के बाद बच्चों को पाउडर का गर्म वितरण किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन समिति की होगी। साथ ही दूध की गुणवत्ता का मापन आरसीडीएफ व विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा किया जाएगा। कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को 150 व कक्षा छ से आठ तक के बच्चों को 200 मिलीलीटर दूध दिया जाएगा।

करना होगी मॉनिटङ्क्षरग
योजना के प्रभावी एवं सुव्यवस्थित क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर जिला कलक्टर, ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत प्रारम्भिक अधिकारी एवं विद्यालय स्तर पर विद्यालय प्रबंधन समिति की जिम्मेदारी होगी।

&सरकारी विद्यालयों और पंजीकृत मदरसों में नामांकित बच्चों को बाल गोपाल योजना के तहत पाउडऱ का दूध वितरण किया जाएगा। विभाग की और से इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है।
-राजेन्द्र ङ्क्षसह, प्रभारी मिड-डे-मिल , जिला शिक्षा अधिकारी, (मुख्यालय)प्रारम्भिक शिक्षा टोंक



Source: Education

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