738.50 फीट भरने से पहले ही खोले तिघरा के गेट, बहा दिया 2 हजार क्यूसेक पानी
ग्वालियर. तिघरा बांध के तीन गेट रविवार दोपहर 12 बजे एक फीट तक खोल कर 2000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गेट दो घंटे तक खुले रखे गए। जलस्तर 738.25 फीट पर पहुंचने पर इस सीजन में पहली बार गेट खोले गए हैं। इससे पहले पांच बार सायरन बजाकर सांक नदी के आसपास बसे गांवों के लोगों को अलर्ट किया गया। इस दौरान कलेक्टर अनुराग चौधरी, नगर निगम कमिश्नर संदीप माकिन व अन्य प्रशासनिक, नगर निगम व जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। कई अफसरों का परिवार भी गेट खुलने का नजारा देखने के लिए मौजूद रहे। शहर व आसपास गांव के लोग भी बड़ी तादाद में पहुंचे।
तिघरा की क्षमता 740 फीट है, लेकिन हर साल इसे 739 फीट तक भरा जाता है। पहले 738.50 पर गेट खोलने का निर्णय लिया गया था, लेकिन प्रशासनिक अफसरों के निर्णय पर 0.25 फीट कम पर ही गेट खोल दिए गए। आगे जलाशय की निर्धारित क्षमता के बाद ही गेट खोले जाएंगे। जल संसाधन विभाग की ओएंडएम टीम के कर्मचारी अधिकारियों ने पहले 4 नंबर गेट, फिर 5 नंबर और अंत में 3 नंबर गेट खोला। दोपहर दो बजे तक तीनों गेटों को एक-एक फीट खोल कर दो हजार क्यूसेक यानि 10 एमसीएफटी पानी छोड़ा गया। जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों ने गेट खोलने से पहले पांच बार बजा सायरन बजाया, जिसकी आवाज तीन किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।
जनता का हुजूम उमड़ा
तिघरा के गेट खुलने की खबर सुनकर लोगों का हुजुम उमड़ पड़ा। गेट खुलने का दृश्य लोगों ने अपने मोबाइल में कैद किया और सोशल मीडिया पर तिघरा के साथ अपने फोटो पोस्ट किए।
डेढ़ दर्जन गांव में हाईअलर्ट
गेट खोलने से पहले तिघरा थाना पुलिस को सूचना दी गई और आसपास के करीब डेढ़ दर्जन गांव में हाईअलर्ट जारी किया गया। बीती रात से ही गांवों में पानी छोड़े जाने की सूचना टेलीफोन के जरिए दी गई। इसके बाद कुछ अधिकारी और कर्मचारी सांक नदी के किनारे बसे गांवों में भी पहुंचे, जहां लोगों को सचेत किया गया और जानवरों व लोगों को नदी से दूर रहने की सलाह दी गई।
कैचमेंट में बारिश, इसलिए खोले गेट
तिघरा के कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश हो रही है, जिसका पानी जलाशय में आ रहा है। इसलिए जलस्तर स्थिर रखने के लिए गेट खोले गए हैं।
राजेश चतुर्वेदी, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग
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