उदयपुर हत्याकांड का विरोध, जयपुर में सर्व समाज ने दिखाई एकजुटता
Udaipur Murder Case जयपुर। उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड का आक्रोश रविवार को गुलाबी नगर जयपुर में साफ नजर आया। सर्व हिन्दू समाज के नेतृत्व में हजारों की संख्या में लोग स्टेच्यू सर्किल पर जुटे। संत—समाज के साथ विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यापार मंडलों के पदाधिकारियों ने एकजुट होकर हत्यारों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग उठाई। लोगों ने घटना के विरोध में आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार से ऐसी घटनाएं रोकने की मांग की। इसके बाद दो मिनट का मौन रख कन्हैयालाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने हनुमान चालीस का पाठ भी किया। इससे पहले लोग सभा स्थल पर रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए पहुंचे।
बड़ी संख्या में जुटे हिन्दू समाज ने लोगों ने इस हत्या की भर्त्सना की। लोगों ने दोषियों को फांसी की सजा देने और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार से कारगर कदम उठाने की मांग की। लोगों ने चेताया कि हिन्दू समाज एक है और इस तरह की ‘तालिबानी घटनाओं’ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम में हिंदू संगठनों (स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल) के साथ कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों के जुड़े लोग शामिल हुए।
मौन रैली नहीं निकली
तय कार्यक्रमानुसार लोगों की ओर से पांच बत्ती तक मौन रैली निकाली जानी थी, लेकिन पुलिस प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने की वजह से रैली को ऐनवक्त पर स्थगित करना पड़ा।
रैली के रूप में पहुंचे स्टेच्यू सर्किल
रैली शुरू होने से पहले ही लोगों का स्टेच्यू सर्किल पहुंचना शुरू हो गया। हाथों में तिरंगा, ‘भगवान और जय श्रीराम’ लिखे झंडे हाथ में लिए लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हाथों में ‘जिहादी मानसिकता का अंत हो’, ‘स्लीपर सेल गिरफ्तार हो’, ‘पत्थरबाज तालिबान, नहीं सहेगा हिन्दुस्तान’ जैसे नारे लिखे तख्तियां लिए लोगों के चेहरे पर कन्हैयालाल की हत्या का रोष साफ झलक रहा था।
गुनहगार को फांसी हो, रोकों ऐसी घटनाएं
मंच पर किसी भी राजनेता को जगह नहीं दी गई। केवल धर्मगुरू, व्यापारियों और सामाजिक संगठन के लोगों को बैठाया गया। सभी ने अपने संबोधन में घटना की निंदा की और इसके लिए राज्य सरकार की तुष्टिकरण की नीति को जिम्मेदार ठहराया। सभी ने सरकार को चेताया कि गुनहगारों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाया जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो। यही नहीं वक्ताओं ने कार्यक्रम में आ रहे लोगों को बेरिकेड्स लगाकर रोकने के भी पुलिस और सरकार पर आरोप जड़े।
पुलिस पर सहयोग नहीं करने के लगे आरोप
मंच से बार—बार आयोजक पुलिस से विनती करते नजर आए कि लोगों को धरना—प्रदर्शन में आने दिया जाए। कई बार चेताया भी गया, लेकिन कई लोग पुलिस की सख्ती की वजह से कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए। उधर खुद पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव कार्यक्रम स्थल पहुंचे और आयोजकों से शांति पूर्वक कार्यक्रम करने का आग्रह किया। यहां भी आयोजकों ने धरने में आ रहे लोगों को रोकने का आरोप लगाया।
चारदीवारी में सख्ती, बेरिकेड्स लगाकर रोके रास्ते
पहले कार्यक्रम बड़ी चौपड़ पर होना था, लेकिन भीड़ ज्यादा होने और सुरक्षा कारणों की दृष्टि से कार्यक्रम को स्टेच्यू सर्किल पर स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बावजूद चारदीवारी में पुलिस की सख्ती नजर आई। 9.15 बजे बाद सूरजपोल गेट से बड़ी चौपड़ तक जगह—जगह बेरिकेड्स लगाकर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई। इसकी वजह से कई लोग कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। यही नहीं कार्यक्रम स्थल के चारों तरफ भी बेरिकेड्स लगाकर वाहनों की आवाजाही को रोका गया।
Source: Education