fbpx

गुरुवार के दिन इन चीजों की खरीदारी करने से गुरु ग्रह होता है मजबूत, बढ़ती है धन-दौलत

Thursday Astro Tips: हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति को समर्पित माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की अराधना करने से मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है। गुरुवार के दिन से जुड़ी कई मान्यताएं काफी प्रचलित हैं। जैसे आपने सुना होगा कि गुरुवार के दिन बाल काटने, नाखून काटने, सिर धोने और कपड़े धुलने की मनाही होती है। कहते हैं इन कार्यों को गुरुवार के दिन करने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ जाता है। इसी तरह से कई चीजों की खरीदारी भी इस दिन मना की जाती है। वहीं कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन्हें इस दिन खरीदने से दुर्भाग्य दूर होने की भी बात कही जाती है। यहां आप जानेंगे गुरुवार के दिन से जुड़ी खास बातें।

गुरुवार को क्या खरीदें और क्या नहीं? ज्योतिष अनुसार गुरुवार के दिन सोना-चांदी और वस्त्र खरीदना काफी शुभ माना जाता है। इससे गुरु ग्रह मजबूत होने की मान्यता है। वहीं कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें इस दिन खरीदना अशुभ माना जाता है। वो चीजें हैं किसी भी तरह की नुकीली वस्तु जैसे चाकू, कैंची या फिर लोहे का समान इस दिन न खरीदें। इस दिन पूजा-पाठ से जुड़ा समान भी नहीं खरीदना चाहिए। कहते हैं जो व्यक्ति गुरुवार से जुड़े इन नियमों का ध्यान रखता है उसकी कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत बनी रहती है।

गुरुवार के दिन महिलाएं न करें ये काम: कुंडली में गुरु ग्रह पति और संतान का कारक माना जाता है। इसलिए गुरुवार के दिन महिलाओं को कुछ कार्यों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। महिलाओं को इस दिन बाल नहीं धोने चाहिए। न ही बाल कटवाने चाहिए। ये दोषपूर्ण माना जाता है। इसका सीधा प्रभाव पति और संतान के जीवन पर पड़ता है।

गुरुवार के दिन भूलकर भी न करें ये काम: कहते हैं इस दिन साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और न ही कपड़े धोने चाहिए। इस दिन साबुन का प्रयोग करने से घर की सुख-समृद्धि चली जाती है। अगर कपड़े धुलना बहुत जरूरी है तो कपड़ों को सिर्फ पानी से निकालकर सुखा लें। ऐसा करने से कोई दोष नहीं लगेगा।
यह भी पढ़ें: 2023 तक शनि इन 3 राशियों पर रहेंगे मेहरबान, ये समय किसी ‘राजयोग’ से नहीं रहेगा कम

(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।)



Source: Religion and Spirituality