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झाबुआ के अजीत को बेस्ट ऑडियोग्राफी के लिए मिला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार

झाबुआ. 68 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को हुई। झाबुआ जिले के अजित ङ्क्षसह राठौर को बेस्ट ऑडियोग्राफी (फाइनल मिक्स) कैटेगरी में अवॉर्ड के लिए चयनित किया है। फिल्म का नाम ‘मरू रो मोतीÓ है। फिल्म का निर्देशन एफटीआइआइ से ग्रेजुएट पुष्पेंद्र ङ्क्षसह ने किया है। यह फिल्म अपने अंग्रेजी नाम ‘पर्ल ऑफ द डेजर्टÓ से वर्ष 2019 में इंटरनेशनल डॉक्यूमेंट्री फिल्म फेस्टिवल एमस्टर्डम में धूम मचा चुकी है। वहां यह फिल्म मेन कॉम्पिटिशन सेक्शन में चयनित की गई थी। गौरतलब है कि अजीत ङ्क्षसह राठौर न सिर्फ इस फिल्म के साउंड डि•ााइनर हैं, वे फिल्म के एसोशिएट प्रोड्यूसर भी है। अवॉर्ड जीतने के बाद अजीत ने पत्रिका से खास बातचीत में कहा कि अभी आधा रास्ता ही तय किया है, मैं अपनी गति और नियम के अनुसार चल रहा हूं, बीच- बीच में यह अवॉर्ड मुझे अपने मार्ग से दिग्भ्रमित नहीं कर पाएंगे।

पहले भी मिल चुका है पुरस्कार
इससे पहले इन्हें फिल्म क्रमश: के लिए नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है। इस अवॉर्ड की घोषणा वर्ष 2007 मेे हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट््यूट ऑफ इंडिया से ग्रेजुएट अमित दत्ता ने किया था। 2009 में दिल्ली में आयोजित 55 वें फिल्म पुरस्कार मेें तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने इन्हें पुरस्कार दिया था। अजीत को चार बार गुजरात स्टेट फिल्म अवॉर्ड में बेस्ट साउंड डिजाइन और बेस्ट साउंड मिङ्क्षक्सग का अवॉर्ड भी मिल चुका है।
अजीत की फिल्में विदेशों में देखी व सराही गई
अजीत ङ्क्षसह राठौर न सिर्फ साउंड डिजाइनर हैं, बल्कि वे कई फिल्मों को प्रोड्यूस भी कर चुके हैं। वे पिछले कई वर्षों से अपनी दोनों भूमिका में सक्रिय हैं। इनकी बनाई कुछ फीचर फिल्म अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव में धूम मचा चुकी है। उनकी फिल्म ‘अश्वत्थामा बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल साउथ कोरिया में मेन कॉम्पिटिशन में चयनित की गई थी। फिल्म ‘मेहसमपुर मुंबई फिल्म फेस्टिवल में जूरी अवॉर्ड में शामिल की गई थी। इनकी लेटेस्ट फिल्म 2020 में ‘ लैला और सत्त गीत बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में चयनित हुई थी। अजीत वेब सीरीज के लिए साउंड डिजाइन कर रहे हैं। 2019 में उन्हें वायरल फीवर वेब सीरीज के ह्यूमर्सली योर्स शो के लिए इंडियन वेब मीडिया अवॉर्ड मिल चुका है।



Source: Education