विभाग में चल रही रिश्वतखोरी, परेशान अधिकारी ने मांग ट्रांसफर
उज्जैन. मप्र गृह निर्माण मंडल के भरतपुरी स्थित कार्यालय में रिश्वतखोरी से परेशानी संपदा प्रबंधक ने खुद का ट्रांसफर करने का पत्र विभाग के आला अधिकारियों को लिख दिया। अधिकारी का कहना है कि उन्हें फील्ड से हटा दिया जाए ताकि विभाग में चल रही रिश्वतखोरी से उनकी छवि खराब न हो। स्थिति यह है कि अधिकारियों ने विभाग में रिश्वत खोरी के मामले न बढ़े इसके लिए 75 कर्मचारियों को पत्र लिखकर चेताया गया है वह ऐसी गलती न करे।
रिश्वतखोरी से परेशान होकर ट्रांसफर के लिए पत्र लिखने वाले संपदा प्रबंधक गोपाल भावसार हैं। दरअसल बोर्ड में पिछले सप्ताह लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए बाबू बालमुकुंद मालवीय को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा था। इसके बाद से विभाग की छवि दागदार हुई थी। चूंकि संपदा प्रबंधक इस विभाग प्रभारी हैं, लिहाजा इस भ्रष्टाचार से भावसार भी खुद का शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं। इसी के चलते उन्होंने बोर्ड भोपाल में अधिकारी बिदिशा मुखर्जी को हटाने के लिए पत्र लिख दिया। उन्होंने मांग कि उन्हें फील्ड के इस काम से हटा दिया जाए। भावसार के मुताबिक उन्हें रतलाम भेजा जा रहा है लेकिन वहां भी फील्ड में ही तैनाती की बात कर रहे हैं, लिहाजा उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। भावासार के मुताबिक लोकायुक्त ने जिस बाबू को रिश्वत लेते पकड़ा कुछ वर्ष पहले इसी सीट से एक और बाबू रुपए लेते पकड़ा गया था। इससे विभाग की छवि रिश्वत लेने की बनी हुई है। हालांकि विभाग में पारदर्शिता से काम हो और लोगों से रुपए न लिया जाए इसके लिए संपदा अधिकारी एनके गुप्ता नेे सभी 75 कर्मियों को सजग व सतर्क रहने के लिए पत्र भी लिखा। इसमें कहा है कि आप लोग किसी भी हितग्राही से अनाधिकृत राशि की मांग न करें। यदि इस तरह की शिकायत संज्ञान में आती है तो संबंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कार्यालय में नगद लेन-देन न करे
विभाग ने हितग्राहियों को भी सतर्क करने के लिए कार्यालय के बाहर सूचना चस्पा की है। इसमें हितग्राहियों से कहा गया है कि कार्यालय में किसी प्रकार का नकद लेन-देन नहीं करें। कार्यालय में किसी भी कार्य के लिए अतिरिक्त राशि नहीं ली जाती है। यदि कोई कर्मचारी राशि मांगता है तो तत्काल इसकी शिकायत करें। इसके लिए मोबाइल नंबर भी जारी किए गए हैं।
Source: Education