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राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग की फर्जी डीपी लगा बीकानेर डीसी से मांगे डेढ़ लाख रुपए

भरतपुर. मेवात के अब ठग पढ़े लिखों को चूना लगा रहे हैं। इस बार मामला प्रदेश के राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग से जुड़ा हुआ है। शातिर ठग ने अब राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग की फर्जी डीपी लगाकर वाट्सअप से बीकानेर के संभागीय आयुक्त नीरज के पवन से डेढ़ लाख रुपए मांगे। जब संभागीय आयुक्त ने राज्यमंत्री गर्ग को इस मामले से अवगत कराया तो ठगी के प्रयास का खुलासा हुआ। मंत्री ने पुलिस कमिशनर व भरतपुर के कोतवाली थाने में परिवाद भेजा है। हालांकि आईएएस नीरज पवन के पूछ लेने के कारण वह ठगी का शिकार होने से बच गए। परिवाद में बताया है कि बीकानेर के संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने फोन कर अवगत कराया कि कोई व्यक्ति मेरी फर्जी डीपी लगाकर उनसे चैट कर रहा है। साथ ही रुपयों की भी डिमांड कर रहा है। इसमें एक कंपनी के करीब १०-१० हजार रुपए के गिफ्ट बाउचर भी इसके एवज में भेजने की बात कह रहा है। इस पर मालूम चला कि पूरा मामला फर्जी है। इसलिए संबंधित थाने के अलावा कमिशनर को परिवाद भेजा गया है। राज्यमंत्री गर्ग ने बताया कि इस मामले की सूचना आमजन को भी सोशल मीडिया के माध्यम से दी गई है।

कर्नाटक के डीजी से लेकर अभिनेता तक हुए शिकार

ठगों का कारनामा ऐसा है कि वे कर्नाटक के डीजी से लेकर दो अभिनेताओं को भी ठगी का शिकार बना चुके हैं। कर्नाटक के डीजी से ठग ने फोन कर खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए अप्रेल २०१५ में पासवर्ड पूछा था तो डीजी के खाते से ७० हजार रुपए तीन बार में पार हो गए थे। इसके अलावा दो अभिनेताओं के साथ भी इस तरह की ठगी का मामला सामने आया था।

…करते हैं इंग्लिश में बात

ठग वाट्सअप पर फर्जी डीपी लगातार इस कदर बात करते हैं कि जाने कितने पढ़े लिखे हैं। बताते हैं कि अनपढ़ ठग बातचीत के लिए अपने पास पढ़े लिखे लोगों को नौकरी पर रखते हैं। ताकि अंग्रेजी में बात कर आसानी से पढ़े लिखे को चूना लगाया जा सके।



Source: Education