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BREAKING NEWS: गाड़ी का लोन और कर्ज चुकाने चुराया 5.50 करोड़ का 10 किलो सोना

जबलपुर। पायल वाला गोल्ड शो रूम में हुई 10 किलो सोने के गहनों की चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। चोरों ने गाड़ी का लोन और बिजनेस में हुए घाटे को पूरा करने के लिए चोरी करना कबूल किया है। चोरी का खुलासा पुलिस कंट्रोल रूम में आईजी उमेश जोगा, एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने किया है।

जबलपुर की सबसे बड़ी चोरी का पुलिस ने किया खुलासा
पुलिस के अनुसार गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफा वाहन खरीदी बिक्री के साथ इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने का छोटा सा कारखाना चलाता था, जो कि लॉकडाउन में घाटे के चलते बंद हो गया। उसने एक इनोवा कार भी फाइनेंस करा रखी थी, जिसकी किस्त नहीं चुका पा रहा था। कर्जदार उसे लगातार परेशान करने लगे तो उसने बड़ा हाथ मारने की योजना बनाई, ताकि कर्ज से छुटकारा पाया जा सके। गोपी ने अपने दोस्त बैजू उर्फ बैजुद्दीन के साथ मिलकर गोल्ड शोरूम में चोरी करने का प्लान किया। इन दोनों के साथ आरिफ भी चोरी की वारदात को अंजाम देने में शामिल था।

पुलिस के अनुसार गोपी उर्फ गुलाम मुस्तफा पिता अब्दुल रहमान उम्र 42 वर्ष निवासी म.न. 164 उत्तर मोतीनाला थाना गोहलपुर, बैजू उर्फ बैजुद्दीन पिता मोह. जुनैद उम्र 32 वर्ष निवासी पुरान पुल यूनानी दवाखाना के पास थाना गोहलपुर, आरिफ पिता मो. राजू उर्फ रज्जब उम्र 28 वर्ष निवासी नूरी नगर अजीज गंज पसियाना थाना गोहलपुर के निवासी हैं। तीनों को गिरफ्तार कर उनसे 5 करोड़ 50 लाख रुपए कीमत की 10 किलो 252 ग्राम सोने की ज्वेलरी व घटना में प्रयुक्त इनोवा कार को जब्त कर लिया गया है।

 

ये है मामला
कमानिया सराफा मेन रोड निवासी सुनील कुमार जैन सुपर मार्केट में पायलवाला ज्वेलरी शॉप चलाते हैं। 15 अगस्त सोमवार की रात बदमाशों ने उनके शो रूम पर धावा बोला। बेखौफ बदमाशों ने चैनल गेट का ताला काटा और अंदर दाखिल हुए। इत्मीनान से पूरे प्रतिष्ठान को खंगाला और जो भी सोने के महंगे जेवरात उनके हाथ लगे, साथ ले गए थे। आरोपी सीसीटीवी का डीवीआर भी ले गए जिससे सुराग नहीं मिल पा रहा था। शोरूम संचालक सुनील कुमार ने बताया था कि सोमवार को रात के 10 बजे उनकी बड़ी बहन ममता ने आकर ताला बंद कराया था। सुबह दरवाजा खुले होने की सूचना पाकर वे मौके पर पहुंचे तो कीमती गहने गायब थे। बदमाश खाली डिब्बों को वैसा ही सजाकर भागे थे।

चांदी-नकदी को हाथ नहीं लगाया: बताया गया है कि बदमाशों ने चांदी के गहने और नकदी को हाथ नहीं लगाया था। जिस जगह यह रखा था उधर गए भी नहीं। केवल सोने के जेवरों को ही निशाना बनाया। इससे पुलिस को शक है कि घटना में कोई दुकान के बारे में जानने वाला व्यक्ति शामिल हो सकता है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और फिंगर प्रिंट सहित कई अन्य तरह के साक्ष्य जुटाए।



Source: Education