खुले में बिक रही खाद्य सामग्रियों से बीमार हो रहे शहरवासी, विभाग उदासीन
झाबुआ. शहर के चौक-चौराहों से लेकर गलियों व सडक़ों तक में खुले में खाद्य सामग्री बिक रही है। कुछ दुकानें जैसे चाट, समोसा, कचोरी, पकौड़ी,पोहे, पावभाजी, बर्गर, छोले भटूरे, जलेबी, अंडा, अंडा रोल, चाउमिन, ठेले पर बेचे जा रहे हैं। वहीं होटल और रेस्टोरेंट में भी खुले में ऐसी खाद्य सामग्री रखे जाने से उनपर सडक़ों की धूल जमने के साथ रोगवाहक मक्खियां भी बैठी दिखाई दे जाती है। बस स्टैंड, सजन रोड , मेघनगर नाका , राजगढ़ नाका , कॉलेज मार्ग , टांटिया भील चौराहा, मुख्य बाजार में खाद्य सामग्री को ढककर नहीं रखा जा रहा। शहर भर में खुले में बिकनेवाली चीजें खाने का असर अब सेहत के लिए और भी खतरनाक बन गया है। ऐसी चीजें खाकर लोग बीमार हो रहे हैं। फिर भी ऐसी दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लग रही है। इस पर नियंत्रण लगाने के लिए खाद्य एवं औषधि विभाग एवं नापतौल विभाग है, जो समय-समय पर कारवाई भी कर रहा है। अभी दिवाली पर विभाग ने ताबड़तोड़ कार्रवाई कर कई जगह से सैंपल लिए हैं, लेकिन विभाग ने एक भी कार्रवाई खुले में बिक रही खाद्य सामग्री के ऊपर नहीं की है।
मिलावटी खाद्य सामग्री की बिक्री बेरोकटोक जारी
बात सिर्फ इतनी सी नहीं है। मिलावटी खाद्य सामग्री भी खूब बेची जा रही है। मसाला, तेल, दाल, बेसन, दूध, पनीर आदि में मिलावट की जा रही है। इन चीजों को खाने से भी सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। सस्ते के चक्कर में लोग पेट भर रहे हैं और चटकारा ले रहे हैं। ऐसे लोग अपनी सेहत का ख्याल नहीं कर रहे हैं। नगर परिषद ऐसी दुकानों से टैक्स तो वसूलती है, लेकिन दुकानदारों को खुले में खाद्य सामग्री बेचने से रोकने की दिशा में पहल नहीं कर पाती है।
Source: Education