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पंचक: साल 2023 में जनवरी से दिसम्बर तक कब-कब है?

पंचक को हिन्दू ज्योतिष में शुभ नक्षत्र नहीं माना जाता, ऐसे में पंचक एक ऐसा योग है जो पांच अशुभ माने जाने वाले नक्षत्रों से निर्मित होता है, जिसमें कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। जैसे इस समय विवाह नहीं किया जाता वहीं किसी का जन्म होने पर भी पंचकों की शांति कराई जाती है। इसका मुख्य कारण यह है कि पंचक को हानिकार नक्षत्रों का योग माना जाता है।

पंडित सुनील शर्मा के अनुसार पंचक अशुभ की आशंका लाते हैं। पंचक जैसा कि नाम से ही ज्ञात होता है पांच। पंचक में यदि कोई कार्य होता है तो माना जाता है कि उसकी आवृत्ति पांच बार होती है। ऐसे में इस दौरान कोई भी कार्य किया जाना चाहे वो शुभ हो या अशुभ उचित नहीं माना जाता।

ऐसे समझें पंचक
पांच नक्षत्र घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद, उत्तर भाद्रपद और रेवती जब इन नक्षत्र पर चन्द्रमा गोचर करता है तो उस काल को पंचक कहा जाता है। साथ ही चन्द्रमा, कुंभ और मीन राशि पर रहता है, तब उस समय को पंचक कहते हैं। पंचक के समय में कुछ कार्यों को करने की भी मनाही होती है क्योंकि यह समय शुभ नहीं होता है।

तो चलिए अब 2023 में साल भर के हर महीने में पंचक कब और कौन से दिन हैं, उसके बारे में जानते हैं।






क्रमांक. पंचक का महीना – पंचक की तारीख और समय (प्रारंभ और समापन)
1. जनवरी 2023 में पंचक – पंचक शुरु: 23 जनवरी 2023 दिन सोमवार को दोपहर 01:51 बजे से
– पंचक समापन: 27 जनवरी 2023 दिन शुक्रवार को शाम 06:37 बजे तक।
2. फरवरी 2023 में पंचक – पंचक शुरु : सोमवार, 20 फरवरी 2023 पूर्वाह्न 01:14 बजे से
– पंचक समापन: शुक्रवार, 24 फरवरी 2023 पूर्वाह्न 03:44 बजे तक।













3. मार्च 2023 में पंचक – पंचक शुरु : रविवार, 19 मार्च 2023 पूर्वाह्न 11:17 बजे से
– पंचक समापन: गुरुवार 23 मार्च 2023 दोपहर 02:08 बजे तक।
4. अप्रैल 2023 में पंचक – पंचक शुरु : शनिवार, 15 अप्रैल 2023, शाम 06:44 बजे से
– पंचक समापन: बुधवार, 19 अप्रैल 2023 पूर्वाह्न 11:53 बजे तक।
5. मई 2023 में पंचक – पंचक शुरु: शनिवार, 13 मई 2023 पूर्वाह्न 00:18 बजे से
– पंचक समापन: बुधवार, 17 मई 2023 पूर्वाह्न 07:39 बजे तक।
6. जून 2023 में पंचक – पंचक शुरु: शुक्रवार, 09 जून 2023 पूर्वाह्न 06:02 बजे से
– पंचक समापन : मंगलवार, 13 जून 2023 दोपहर 01:32 बजे तक।
7. जुलाई 2023 में पंचक – पंचक शुरु : बृहस्पतिवार, 06 जुलाई 2023 दोपहर 01:38 बजे से
– पंचक समापन: सोमवार, 10 जुलाई 2023, शाम 06:59 बजे तक।
8. अगस्त 2023 में पंचक – पंचक शुरु : बुधवार, 02 अगस्त 2023 पूर्वाह्न 11:26 बजे से
– पंचक समापन: सोमवार, 07 अगस्त 2023 पूर्वाह्न 01:43 बजे तक।
9. सितम्बर 2023 में पंचक – पंचक शुरु : बुधवार, 30 अगस्त 2023 पूर्वाह्न 10:19 बजे से
– पंचक समापन: रविवार, 03 सितंबर 2023 पूर्वाह्न 10:38 बजे तक।
10. अक्टूबर 2023 में पंचक – पंचक शुरु : मंगलवार, 24 अक्टूबर 2023 पूर्वाह्न 04:23 बजे से
– पंचक समाप्त: शनिवार, 28 अक्टूबर 2023 पूर्वाह्न 07:31 बजे तक।
11. नवम्बर 2023 में पंचक – पंचक शुरु : सोमवार, 20 नवंबर 2023 पूर्वाह्न 10:07 बजे से
– पंचक समापन : शुक्रवार, 24 नवंबर 2023 अपराह्न 04:01 बजे तक।
12. दिसम्बर 2023 में पंचक – पंचक शुरु : रविवार, 17 दिसंबर 2023 दोपहर 03:45 बजे से
– पंचक समापन: बृहस्पतिवार, 21 दिसंबर 2023 रात 10:09 बजे तक।

पंचक: नहीं करने चाहिए ये काम ?
: पंचक में दक्षिण दिशा की यात्रा करना अच्छा नहीं माना जाता है।
: यदि आपके घर में किसी की मृत्यु हो गई है तो उसका दाह संस्कार भी नहीं करना चाहिए। (लेकिन ऐसा माना जाता है कि यदि किसी परिजन की मृत्यु पंचक में होती है तो उसके दाह संस्कार के समय चन्दन की पांच लकड़ी को शव के साथ पूरे विधि विधान के साथ करने से, पंचक दोष समाप्त हो जाता है और उसके बाद आप अंतिम संस्कार कर सकते हैं)
: पंचक के समय में लकड़ी काटने का काम करना भी वर्जित होता है।
: इस दौरान पेड़ के पत्ते तोडना भी इस दौरान वर्जित होता है।
: पीतल, तांबा और लकड़ी का संचय करना भी इस दौरान शुभ नहीं माना जाता है।
: पंचक के समय में मकान की छत डालना, चारपाई बनाना, कुर्सी बनाना, चटाई आदि बुनना, गद्दियां बनाना वर्जित है।

मान्यता के अनुसार सामान्यत: पंचक के दिनों में भी किसी भी तरह का शुभ काम नहीं करना चाहिए क्योंकि इन दिनों में कोई भी शुभ काम शुरू करने से या कोई शुभ काम करने से उस काम का फल आपको नहीं मिलता है ऐसे में इन दिनों में भी आपको शुभ काम को करने से बचना चाहिए।



Source: Religion and Spirituality