Shraddha Murder Case : साकेत कोर्ट में आफताब पूनावाला ने कबूला जुर्म कहा, गुस्से में कर दी श्रद्धा की हत्या, पुलिस हिरासत चार दिन और बढ़ी
Shraddha murder case : श्रद्धा वालकर मर्डर केस में आरोपी आफताब पूनावाला की पुलिस हिरासत आज खत्म हो गई है। पुलिस हिरासत को बढ़ने के लिए साकेत कोर्ट में विशेष सुनवाई की गई। साकेत कोर्ट ने श्रद्धा हत्याकांड मामले में आफताब पूनावाला की पुलिस हिरासत 4 दिन के लिए बढ़ा दी है। आरोपी आफताब पूनावाला को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए साकेत कोर्ट में पेश किया गया था जहां आरोपी ने कोर्ट के सामने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए हुए कहा कि, यह सब गुस्से में किया। उससे यह गलती हो गई है। कोर्ट से आरोपी आफताब पूनावाला ने वादा किया कि, अब वह जांच में पुलिस की पूरी मदद करेगा। आफताब के वकील ने बताया कि, अदालत ने इस बयान को अपने रेकॉर्ड पर नहीं लिया। रिपोर्ट के अनुसार, पालीग्राफी टेस्ट के लिए आफताब ने सहमति भी दे दी है। इसके बाद कोर्ट ने टेस्ट की स्वीकृति दे दी।
हत्या गुस्से में आकर कर की – आफताब पूनावाला
कोर्ट के सामने आफताब पूनावाला ने कहाकि, उसने पुलिस को सब बता दिया है कि उसने यह सब किस योजना के तहत किया था। श्रद्धा की लाश के टुकड़े कहां – कहां फेंके थे। घटना को बहुत समय बीत गया है और वह सब भूल गया है। जो भी हुआ गलती से हुआ और हत्या गुस्से में आकर कर दी थी।
आफताब की रिमांड चार दिन और बढ़ी
आफताब पूनावाला के साथ पूछताछ के साथ-साथ दिल्ली पुलिस अलग-अलग तरीके से जांच कर रही है। कोई चूक नहीं करना चाहती है। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से आफताब की रिमांड बढ़ाने की मांग की थी। जिसके बाद साकेत कोर्ट ने आफताब की रिमांड चार दिन और बढ़ा दी है।
कुल 14 दिन की होती है पुलिस कस्टडी
नियमानुसार कुल 14 दिन की पुलिस कस्टडी ली जा सकती है। 5-5 दिन की दो बार कस्टडी ली जा चुकी है। आज 4 दिन की कस्टडी और मिली है। इस चार दिन में पालीग्राफी टेस्ट होगा और फिर नार्को टेस्ट होगा।
दिल्ली पुलिस के सामने चुनौती
दिल्ली पुलिस के सामने चुनौती है कि, इस चार दिन में आफताब पूनावाला से सारे राज उगलवाने ले और सबूतों को भी जुटा ले। दिल्ली पुलिस का कहना है कि अब एक बार फिर इस मामले में उन जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाएगी जहां आफताब ने शव के टुकड़ों को फेंका था।
कहीं शातिराना दांव तो नहीं
कोर्ट में आफताब पूनावाला के बयान के बाद कुछ लोग आशंका जता रहे हैं कि, कहीं यह उसका कोई शातिराना दांव तो नहीं है।
Source: National