फिल्मी सितारों जैसी बॉडी बनाने का था शौक, दुकान संचालक ने रेस में दौडऩे वाले घोड़े-कुत्तों का दे दिया इंजेक्शन
इंदौर. एक युवक को फिल्मी सितारों जैसी बॉडी बनाने के लिए शार्ट कट अपनाना भारी पड़ गया। दुकान संचालक ने बॉडी बनाने के लिए उन्हें रेस में भाग लेने वाले जानवरों पर इस्तेमाल किए जाने वाला प्रोटीन पाउडर और हार्मोन इंजेक्शन दे दिया। इसके सेवन से वे गंभीर बीमार हो गए। हार्ट में तेज दर्द, लिवर में सूजन आई तो युवक डॉक्टर के पास पहुंचा। पुलिस ने प्रोटीन दुकान संचालक को गिरफ्तार कर उसकी दुकान से प्रोटीन पाउडर, इंजेक्शन आदि सामान जब्त किया है।
विजय नगर पुलिस ने जय की शिकायत पर मोहित पाहूजा निवासी छोटा बांगड़दा पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। टीआइ रवींद्र गुर्जर के मुताबिक, फरियादी की कुछ दिन पूर्व विजय नगर क्षेत्र में प्रोटीन शॉप संचालित करने वाले मोहित से मुलाकात हुई थी। मोहित ने झांसा दिया कि वह 1 से 2 माह में फिल्मी सितारों जैसी बॉडी बनवा देगा। यकीन दिलाया कि बगैर इंजेक्शन लिए बॉडी नहीं बनती है। युवक ने आरोपी से मास गेनर प्रोटीन पाउडर, हार्मोन बदलने के तीन तरह के इंजेक्शन और कुछ गोलियां लीं। आरोपी ने दावा किया कि इन दवाइयों का दुष्प्रभाव नहीं होगा। यह भी कहा कि कई लोग ये दवाइयां ले रहे हैं और उनके शरीर में बदलाव आया है।
8 हजार 400 में इंजेक्शन, गोली, पाउडर खरीदा
पीडि़त ने बताया कि उन्होंने 8 हजार 400 रुपए ऑनलाइन पेमेंट कर दवा, पाउडर व अन्य गोलियां खरीदीं। रात में पाउडर का सेवन किया तो दस्त लग गए। रातभर पेट में दर्द रहा। आरोपी को अगले दिन फोन किया तो हाथ की नस में इंजेक्शन लगाने की बात कही। इंजेक्शन लगाने के 10 मिनट बाद चक्कर आने लगे। हार्ट में तेज दर्द होने लगा। ऐसा लगा कि हार्ट फेल हो जाएगा। आरोपी ने इसे सामान्य बताया। जय का कहना है कि उन्हें 72 घंटे तक नींद नहीं आई। वाट्सऐप पर िस्थति बताई तो आरोपी ने यह कहते हुए कुछ दिन के लिए दवाइयों का सेवन बंद करने को कहा कि देखना पड़ेगा कि किससे दुष्प्रभाव हो रहा है। ठीक होने पर शॉप पर आ जाना। पीडि़त के मुताबिक, उनकी हालत बिगड़ती गई और लिवर में सूजन आ गई। डॉक्टर ने बताया कि ये इंजेक्शन रेस में भाग लेने वाले घोड़े और कुत्तों को दिए जाते हैं। इनकी बिक्री अवैधानिक है।
1600 का सामान 4500 में बेचा
टीआइ गुर्जर ने बताया, आरोपी को बीसीएम बिल्डिंग के समीप उसकी शॉप पर ले गए थे। यहां बड़ी मात्रा में प्रोटीन पाउडर, इंजेक्शन, स्टेरायड मिले हैं। इंजेक्शन रेसिंग वाले जानवरों में इस्तेमाल होते हैं। आरोपी ने बताया कि वह 1600 का सामान लाकर 4500 रुपए में बेचता था। वह दो-तीन साल से यह काम कर रहा था।
हार्मोन के इंजेक्शन से लाचार हो जाता है शरीर
जिम व अन्य स्थानों पर युवाओं को प्रोटीन पाउडर के नाम पर ठगा जा रहा है। यह शरीर के लिए खतरनाक है। इंजेक्शन अथवा पाउडर नशे की तरह होता है। लोग इसके आदी हो जाते हैं। इसे नहीं लेने पर शरीर लाचार हो जाता है। किडनी, लिवर पर असर पड़ता है। आर्टिफिशियल की जगह नेचुरल प्रोटीन लें। डॉक्टर की सलाह के बिना इनका सेवन न करें।
डॉ. धर्मेंद्र झंवर, विशेषज्ञ
Source: Education