हार्दिक पांड्या का बड़ा बयान, बोले- टीम इंडिया में धोनी का रोल निभाने के लिए करूंगा ये त्याग
Hardik Pandya : भारतीय टी20 टीम के कप्तान और स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या न्यूजीलैंड के खिलाफ ऐतिहासिक जीत कर फूले नहीं समा रहे हैं। सीरीज जीतने के बाद हार्दिक पांड्या ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा है कि उनमें दबाव झेलने की क्षमता विकसित हो चुकी है और अब उन्हें टीम में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का रोल निभाने में कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने कहा कि अब मैंने उस तरह पारी को संभालना सीख लिया है, जैसे धोनी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के अंतिम चरण में निभाया करते थे। हार्दिक का कहना है कि अब यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह एक बल्लेबाज के रूप में धोनी की जगह लें। वह इसके लिए अपने स्ट्राइक रेट को कम करने लिए भी तैयार हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ 168 रन की जीत के साथ सीरीज जीतने वाले कप्तान हार्दिक पांड्या ने कहा कि अब मुझे दूसरे तरीके से जिम्मेदारी निभानी है। वह अपनी टीम अधिक भरोसा और आश्वासन देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने टी20 टीम में शामिल अन्य खिलाड़ियों के मुकाबले ज्यादा क्रिकेट खेली है। इस अनुभव से उन्होंने दबाव को झेलने के साथ यह भी सीखा है कि हर तरह की परिस्थिति मे टीम का माहौल शांत रहे।
धोनी के विकल्प को लेकर दिया हैरतअंगेज बयान
बता दें कि एमएस धोनी को शांत व्यवहार के लिए जाना जाता है। वहीं, हार्दिक का कहना है कि अब यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह एक बल्लेबाज के रूप में धोनी की जगह लें। वह इसके लिए अपने स्ट्राइक रेट को कम करने लिए पूरी तरह तैयार हैं। हार्दिक ने कहा कि मुझे अपना स्ट्राइक रेट कम करने की नई चुनौती स्वीकार करनी होगी। मुझे धोनी जैसी भूमिका निभाने में कोई आपत्ति नहीं है।
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‘नए गेंदबाज दबाव में न आए इसलिए करता हूं शुरुआत’
हार्दिक ने आगे कहा कि मुझे छक्के लगाना अच्छा लगता है। लेकिन, एक खिलाड़ी के तौर पर आपको बेहतर होते रहना है। वह बल्लेबाजी के दौरान साझेदारी में विश्वास करते हैं। हार्दिक ने नई बॉल से गेंदबाजी की शुरुआत करने के सवाल पर कहा कि मुझे टी20 में नई गेंद से ही गेंदबाजी करनी होगी, क्योंकि टीम में अन्य नए गेंदबाज हैं। इसलिए उन्हें मुश्किल भूमिका नहीं देना चाहते। अधिक रन बनने पर वह दबाव में आ सकते हैं।
टेस्ट क्रिकेट में वापसी लेकर कही ये बात
वहीं, पांड्या ने आगामी एकदिवसीय और टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए वह पूरा ध्यान इसी पर फोकस करना चाहते हैं। बता दें कि वह अपना अंतिम टेस्ट मैच 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे। 2019 में सर्जरी के बाद से वह टेस्ट टीम से बाहर हैं। इस पर उन्होंने कहा कि जब मुझे लगेगा कि टेस्ट क्रिकेट में वापसी का सही समय है, तभी वापसी करूंगा। फिलहाल वह सफेद गेंद के क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
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