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Earthquake: कितनी तीव्रता का भूकंप है सबसे ज्यादा खतरनाक, जानें यहां

Earthquake In India: मंगलवार 21 मार्च की रात अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में 6.06 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। उत्तर भारत के कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता ज्यादा थी हालांकि, राहत की बात यह है कि भारत में कहीं से भी किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। इस भूकंप से दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और जम्मू कश्मीर भी हिल गए। इससे लोगों में अफरा-तफरी देखी गई। लोग घबरा के जान बचाने के लिए घरों से बाहर आ गए। इस भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग घबराकर अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के इसी डर के साये में लोगों ने अपनी रात बितायी। भूकंप विशेषज्ञों के मुताबिक 6 से 6.9 की तीव्रता वाला भूकंप किसी इमारत को क्षतिग्रस्त करने के लिए काफी होता है।


पांच भूकंपीय भूकंपीय जोन-

भारतीय मानक ब्यूरो ((BIS) द्वारा पांच अलग-अलग भूकंपीय जोन्स बनाये गए है। पांचवा जॉन खतरनाक और सक्रिय क्षेत्र होता है जहां भूकंप से होने वाली तबाही सबसे ज्यादा होती हैं। आपको बता दें कि देश का 11% हिस्सा इसी खतरनाक जोन में आता है। इसी प्रकार चौथे जोन में 18%, तीसरे और दूसरे जोन में 30% हिस्सा आता है।

ऐसे आता है भूकंप?

भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हमें झटके महसूस होते हैं, जिसको हम भूकंप कहते हैं।

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भूकंप की तीव्रता और इसका प्रभाव –

-0 से 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप बहुत कमजोर होते हैं। इसका पता सिस्मोग्राफ से ही लगाया जा सकता है।
2 से 2.9 इंट्रेस्ट का भूकंप से कंपनियां पैदा हो सकती हैं।
जब 3.9 या इससे अधिक तीव्रता का भूकंप आता है, तो यह काफी झकझोर और कम्पन्न देने वाला हो सकता है।
जब 4.9 या इससे अधिक तीव्रता का भूकंप आता है, तो घर घड़ी या फ्रेम गिर सकते हैं।
5.9 या इससे अधिक तीव्रता वाली भूकंप इमारतों और फर्नीचर को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
यदि 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आता है, तो इमारतों की चकमा देकर दरार बन सकती है और कई मंजिलें बन सकती हैं।
7 से 7.9 रिक्टर स्कैन पर भूकंप बेहद खतरनाक हो सकता है। इससे इमारतें गिर सकती हैं और इसके अंदर पाइप फट सकते हैं।
8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक माना जाता है। कई देशों में इस तरह के भूकंप से काफी तबाही मची है।
जब कोई भूकम्प 9 या उससे ऊपर का रिक्टर पैमाना आता है तो वह पूरा नाश कर देता है। इमारत के टुकड़े और सुनमी से हर तरफ सिर्फ तबाही का नजारा दिखाई देता है।

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Source: National