Chaitra Navratri 2023: क्या आप भी सोचते हैं नमक खाने से टूट जाता है व्रत, जरूर पढ़ें ये लेख और दूर करें कन्फ्यूजन
Chaitra Navratri 2023: Use this salt in navratri vrat 2023: चैत्र नवरात्रि का आज दूसरा दिन है। सनातन धर्म में साल में 2 बार आने वाले नवरात्रि के ये दिन बेहद शुभ माने जाते हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त मां का दिल जीतने के लिए उन्हें प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं, कई त्याग और साधना करते हैं। हर भक्त यही सोचता है कि भूलकर भी उससे मां की सेवा में कोई गलती न हो जाए, नहीं तो सारे व्रत, पूजा-पाठ असफल हो जाएंगे। सबसे ज्यादा भ्रम पैदा तब होता है जब व्रती लोग फलाहारी करते हैं। उन्हें कन्फ्यूजन ही बना रहता है कि कहीं नमक खाने से उनका व्रत न टूट जाए और माता रानी का प्रकोप झेलना पड़ जाए। पत्रिका.कॉम के इस लेख में उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. अमर अभिमन्यु डब्बावाला से जानें पूरी बात और इस कन्फ्यूजन से रहें दूर…
जानें नवरात्रि में नमक खाने से टूट जाता है व्रत!
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सनातन धर्म के किसी भी व्रत में अमूमन सफेद नमक या कहें कि समुद्री नमक का सेवन वर्जित माना जाता है। लेकिन आप व्रत में सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल यह नमक प्राकृति है। और प्राकृतिक चीजों को पूरी तरह से शुद्ध माना गया है। इसीलिए व्रत में इस नमक को खाने से व्रत नहीं टूटता है। कई लोग काले नमक और सेंधा नमक को एक समान मान लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं है. सेंधा नमक पहाड़ी चट्टानों को पीसकर बनाया जाता है, जबकि काला नमक नेचुरल नहीं है उसे कृत्रिम तरीके से बनाया जाता है।
सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं व्रती
नवरात्रि में शुद्ध-सात्विक भोजन खाने का ही प्रावधान माना गया है। इसमें नमक भी शामिल है। असल में सफेद नमक का निर्माण केमिकल के माध्यम से किया जाता है। इसीलिए इसे शुद्ध नहीं माना जाता। पूजा-पाठ और व्रत के लिए बनने वाले प्रसाद में भी सफेद या काले का इस्तेमाल वर्जित माना गया है। जबकि आप हर खाद्य पदार्थ में सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं। सेंधा नमक में औषधीय गुण भी पाए जाते हैं, इसकी वजह से यह सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। तो हो गया आपका कन्फ्यूजन दूर। सलाह तो यही है कि आपको हमेशा सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करना चाहिए। जितना हो सके सफेद नमक से दूरी ही बना लें तो बेहतर होगा।
Source: Religion and Spirituality