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यूपी में छात्राओं को दी जाएगी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग,1200 एक्सपर्ट ट्रेनर होंगे तैयार

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने छात्राओं को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। सूबे के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाली 11 से 14 साल की छात्राओं को अब सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों और कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए 1200 शारीरिक प्रशिक्षकों को स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी।

साइबर बुलींग, एसिड अटैक जैसी चीजों के बारे में भी किया जाएगा जागरूक

इस पहल के तहत प्रदेश के 45 हजार से ज्यादा सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाली 2 लाख छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए 6 दिनों के कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल दिया गया है।
जिसमें उन्हें प्रशिक्षण के साथ-साथ सेल्फ डिफेंस के महत्व के बारे में भी बताया जाएगा। साथ ही उन्हें विभिन्न ग्रुप डिस्कशन के जरिए ईव टीजिंग, साइबर बुलींग, एसिड अटैक जैसी चीजों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा खेलकूद के माध्यम से स्टूडेंट्स को फिजिकल रूप से भी स्वास्थ्य के प्रति अवेयर किया जाएगा।

इस मॉड्यूल का उद्देश्य बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस में सक्षम बनाना
मॉड्यूल में कहा गया है कि महिलाओं, छात्राओं के साथ छेड़खानी व हिंसा की वारदातों को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए जरूरी है कि महिलाएं व बालिकाएं भी अपनी सुरक्षा के प्रति सक्षम हों।यदि बालिकाएं सेल्फ डिफेंस में सक्षम हो जाएं तो वे अपने साथ होने वाले घटनाओं में कमी के साथ-साथ महिलाओं को कमजोर समझने वाले अपराधियों के हौसले भी पस्त कर सकती हैं।

इस ट्रेनिंग के बाद असुरक्षा के कारण स्कूल न जाने वाली युवतियों की शिक्षा में निरंतरता सुनिश्चित हो सकेगी। इस मॉड्यूल का उद्देश्य बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस में सक्षम व स्वयं के प्रति सशक्त बनाना है। साथ ही बालिकाओं के प्रति अपराधों से संबंधित कानूनों, प्रावधानों के बारे में समझ विकसित करना भी है। यही नहीं, बालिकाओं को सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा संचालित विभिन्न हेल्पलाइन की सेवाओं के बारे में भी अवगत कराया जाएगा। बालिकाएं सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग लेकर अन्य बालिकाओं को भी प्रेरित करेंगी।



Source: Education