हैल्दी रसोई: ग्वारपाठा और हरा चना है कई रोगों के लिए फायदेमंद
ग्वारपाठे की सब्जी में हैं कई गुण –
फायदे : ग्वारपाठे की सब्जी काफी पौष्टिक है। दांतों और मसूढ़ों को मजबूती देने के अलावा इससे मुंह की सफाई होती है। कब्ज की समस्या से बचाव करने के अलावा इससे डायबिटीज से पीड़ित रोगियों का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है।
सामग्री : ग्वारपाठा 2-3 नग, तेल एक चम्मच, आधी चम्मच लाल मिर्च पाउडर, एक चौथाई चम्मच हल्दी, एक चम्मच सूखा व पिसा धनिया, स्वाद के अनुसार नमक, आधा चम्मच आमचूर, एक चम्मच राई पिसी हुई और चुटकीभर हींग।
विधि : ग्वारपाठे को धोकर दोनों तरफ के छिलके, काटें, उतारें व छोटे-छोटे टुकड़े में काटें। कढ़ाई में तेल गर्म कर हींग व सारे मसाले थोड़े से पानी में मिलाकर डालें। मसाला पकने पर ग्वारपाठे के टुकड़े इसमें डालें, अच्छे से मिलाएं व कुछ समय चलाने के बाद गैस बंद कर दें।
हरे चने की बर्फी देती शरीर को ताकत –
फायदे : प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का बेहतरीन स्त्रोत होते हैं हरे चने। साथ ही विटामिन, डायट्री फाइबर आदि से भरपूर हरे चने शारीरिक कमजोरी दूर करते हैं।
सामग्री : 500 ग्राम हरे चने, 500 ग्राम मावा, 100 ग्राम चीनी पिसी हुई, 50 ग्राम घी, एक चम्मच पिसी इलायची, एक चम्मच पिस्ता और मखाने का चूर्ण, चुटकीभर खाने वाला हरा रंग और एक चम्मच बादाम की कतरनें।
बनाने की विधि : पिसे हरे चने कढ़ाई में घी डालकर गर्म कर लें। इसके बाद 5-6 मखानों को भी घी में तलकर भूरा कर लें फिर घी में चने सेकें और हरा रंग रहे तभी इसमें मावा मिला दें। एक बाउल में निकालने के बाद इसमें चीनी का बूरा, पिस्ते व मखाने का चूर्ण और कलर आदि को मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लें और प्लेट में जमा दें। ऊपर से इलायची पाउडर और बादाम की कतरनें डालकर डेकोरेट करें।
Source: Health