शरद पवार के बयान पर किरेन रिजिजू ने कहा, राहुल गांधी का राजनीतिक कैरियर चमकाने के लिए है अदाणी मुद्दा
Kiren Rijiju said राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को दावा किया कि, वह अदाणी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की संयुक्त संसदीय समिति की जांच के बजाए सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में जांच के पक्ष में हैं। शरद पवार के बयान से मोदी सरकार को एक संजीवनी मिल गई है। शरद पवार के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियरों में हलचल शुरू हो गई। भाजपा सरकार की ओर से शरद पवार के बयान पर प्रतिक्रिया केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने दी। उन्होंने साफतौर पर कहा है कि सारा मामला सिर्फ राहुल गांधी के राजनीतिक करियर को चमकाने का है। सुप्रीम कोर्ट कमेटी बनाकर (अडानी) मुद्दे को देख रहा है। ये सारा मुद्दा राहुल गांधी के राजनीतिक कैरियर को चमकाने के लिए बनाया जा रहा है। देश संविधान से चलता है। विपक्ष की एकजुटता का बचाव करते हुए उद्धव गुट के नेता व राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शरद पवार के बयान पर कहाकि, अडानी मामले पर चाहे तृणमूल कांग्रेस हो या एनसीपी की अपनी-अपनी अलग राय हो लेकिन इससे विपक्ष की एकजुटता में कोई दरार नहीं आएगी। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहाकि, ये उनका व्यक्तिगत मत हो सकता है। कोयला घोटाले के मामले में भी कोर्ट की कमेटी बैठाई गई थी लेकिन विपक्ष के कहने पर जेपीसी की गई थी। अडानी मुद्दे पर जेपीसी होनी ही चाहिए।
Source: National