Shani Jayanti 2023: इन राशियों के लोग झेल रहे हैं शनि का प्रकोप, शनि जयंती के दिन जरूर कर लें ये उपाय
Shani Jayanti 2023: do this on this jaynti to be free from shani anger, shani sadhesati, shani dhaiyya, sahni mahadasha: इन दिनों न्याय के देवता शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजे हैं। आपको बता दें कि शनि देव ने इस साल 2023 की शुरुआत में ही 17 जनवरी को राशि परिवर्तन किया है। शनि का राशि परिवर्तन ज्योतिष शास्त्र में सबसे बड़ा गोचर यानी राशि परिवर्तन माना जाता है। क्योंकि शनि देव एक राशि में पूरे ढाई साल गुजारते हैं और फिर अपनी राशि बदलते हैं। इस तरह वे अपनी राशि बदलते हुए पूरे 30 साल बाद अपनी ही राशि में विराजे हुए हैं। इसलिए यह गोचर और भी महत्वपूर्ण माना गया। इस गोचर के कारण कई राशियों पर शनि की साढ़े साती, ढैया आदि शुरू हुई, तो किसी की खत्म हो गईं। जिन राशियों पर शनि की साढ़े साती या ढैया शुरू हुई है या पहले से ही चल रही है और अंतिम पड़ाव में है, ऐसी 5 राशियां हैं।
पत्रिका.कॉम के इस लेख में भोपाल के ज्योतिषाचार्य पं. जगदीश शर्मा आपको बता रहे हैं कि आप कैसे शनि के प्रकोपों से बच सकते हैं। कैसे शनि की महादशा से आप मुक्ति पा सकते हैं। ज्योतिषाचार्य के ये उपाय आपको आने वाली शनि जयंति पर करने हैं। हिन्दु पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ माह 6 मई 2023 से शुरू हो गया है। इस माह में 19 मई 2023 को अमावस्या पर शनि जयंती मनाई जाएगी। माना जाता है कि इस दिन कुछ उपाय किए जाएं, तो शनि की साढ़े साती, ढैया और महादशा से राहत मिलती है।
शनि जयंति 2023 शुभ मुहूर्त
ज्येष्ठ अमावस्या पर उत्तर भारत में शनि जयंती मनाए जाने की प्रथा है। इस बार ज्येष्ठ अमावस्या तिथि 18 मई 2023 को सुबह 9 बजकर 42 मिनट से 19 मई की रात 9 बजकर 22 मिनट तक रहेगी। इस दिन शनि देव की पूजा के लिए सुबह 7 बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 35 मिनट तक मुहूर्त रहेगा। वहीं शाम को पूजा करने के लिए 5 बजकर 25 मिनट से रात 7 बजकर 7 मिनट तक अच्छा मुहूर्त रहेगा।
मिलेगी राहत
जिन लोगों की कुंडली में शनि की महादशा चल रही है, खासकर उन्हें शनि जयंती पर शनि देव को खुश करने के उपाय करने चाहिएं। माना जाता है कि ऐसा करने से शनि के प्रकोप और पीड़ा से राहत मिलती है। वर्तमान में मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती और वृश्चिक, कर्क वालों पर शनि की ढैया चल रही है। इसलिए इन लोगों को विशेष उपाय करने चाहिएं।
मकर
मकर राशि के लोगों को शनि जयंती पर 5 बार शनि स्रोत का पाठ करना चाहिए। इससे आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। सेहत बेहतर होगी। नौकरी में आ रही सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी और उन्नति भी मिलेगी।
कुंभ
कुंभ राशि के लोगों को अभी शनि की साढ़ेसाती में आर्थिक और मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ रही है। नौकरी में तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में शनि जयंती पर कुंभ राशि के लोगों को शनि मंदिर में सरसों के तेल से शनि की शीला पर अभिषेक करना चाहिए। एक मुट्ठी काले तिल अर्पित करने चाहिएं। माता-पिता की जितनी सेवा करेंगे, उतने ही शनि आपसे प्रसन्न होंगे।
मीन
मीन राशि के लोगों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है, जो धन, व्यापार में समस्याएं पैदा करता है। ऐसे में इन परेशानियों से राहत पाने के लिए मीन राशि वाले शनि जयंती के दिन शमी के पत्ते शनि देव को अर्पित करें। इस दिन यदि आप जरूरतमंदों को काले तिल, काले वस्त्र, काला छाता दान करें, तो लाभ मिलेगा।
कर्क और वृश्चिक
कर्क और वृश्चिक राशि वाले शनि जयंती पर काले उड़द पीसकर उसके आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं। साथ ही शाम को पीपल के पेड़ के नीचे तिल या सरसों के तेल का दीपक जलाएं। दीपक जलाने के बाद शनि मंत्र का 108 बार जाप करें। इस उपाय को करने से आपका मानसिक तनाव दूर होगा। साथ ही धन हानि के योग भी नहीं बनेंगे।
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Source: Religion and Spirituality