Manipur Violence: मैतेई और कुकी के बीच फंसी असम राइफल्स, प्रधानमंत्री को 50 विधायकों ने पत्र लिख की ये मांग
manipur violence 3 मई से मणिपुर में जारी जातीय हिंसा पर रोक लगाने के लिए केंद्र ने भारी मात्रा में पारा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई थी। भारत में असम राइफल्स ही एक मात्र पारा मिलिट्री फोर्स है। इनकी तैनाती को लेकर अब कुकी और मेतैई समुदाय के विधायक आमने-सामने हैं। कुकी के दस विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से असम राइफल्स को मणिपुर से न हटाने का अनुरोध किया है। जबकी बीजेपी की मणिपुर इकाई ने पीएम मोदी से जनता के हित में असम राइफल्स को यहां से हटाने और उनकी जगह किसी अन्य अर्धसैनिक बलों को तैनात करने का अनुरोध किया था। इसे लेकर मेतैई समुदाय के 40 विधायक और कुकी समुदाय के 10 विधायक ने नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। विधायक की परस्पर विरोधी मांगों को देखकर ऐसा लग रहा है कि दोनों समुदाय के बीच जारी हिंसा के बीच अब असम राइफल्स के जवान भी फंस गए हैं।
मैतई विधायक की मांग- पूर्ण निरस्त्रीकरण से बदलेंगे हालात
मैतई गुट के 40 विधायकों ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री से कहा, “असम राइफल्स को उसके वर्तमान तैनाती स्थान से ट्रान्सफर करने की आवश्यकता है। राज्य में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल उनकी जगह ले सकते हैं।” उन्होंने लिखा, “शांति स्थापित करने के लिए राज्य में तैनात सुरक्षा बलों की वर्तमान संख्या अपर्याप्त है। राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में हिंसा को रोकने के लिए पूर्ण निरस्त्रीकरण महत्वपूर्ण है।” ज्ञापन में मेतैई विधायकों ने आगे लिखा “पिछले 3 महीनों में राज्य में हथियारों और गोला बारूद के साथ बड़े पैमाने में घुसपैठ हुई है। इन विद्रोही समूहों को रोकने के लिए राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती होनी चाहिए।”
कुकी विधायक बोले- असम राइफल्स के हटने से बनेगा असुरक्षित माहौल
दस कुकी विधायकों ने प्रधानमंत्री को अपने सौंपे अपने पत्र में कहा कि “असम राइफल्स यहां सालों से काम कर रही है और हिंसाग्रस्त मणिपुर में बिना किसी पूर्वाग्रह या पक्षपात के उसने शांति बहाली के लिए अपना काम किया है। “सभी जनजातीय समुदायों की ओर से हम निर्वाचित जनजातीय विधायक विनम्रतापूर्वक आपसे प्रार्थना करते हैं कि आप असम राइफल्स को हमारे राज्य से न हटाएं क्योंकि इससे आदिवासियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।”
असम राइफल्स पर लगे ये आरोप
असम राइफल्स को लेकर मैतई समुदाय इस लिए नाराज है क्योंकि 3 अगस्त को बिष्णुपुर के क्वाक्टा में कुछ हथियारबंद बदमाशों ने पिता-पुत्र समेत मैतेई समुदाय के 3 लोगों की हत्या कर दी थी। इसके बाद जब मणिपुर पुलिस इस हत्या में शामिल संदिग्ध आरोपियों को पकड़ने उनके गांव गई तो असम राइफल्स ने उनका रास्ता रोक लिया। इसके बाद मणिपुर पुलिस ने असम राइफल्स के खिलाफ ही FIR दर्ज कर दी।
Source: National