अगर आप में दिखते हैं ये लक्षण तो समझो शरीर में पल रहा है ब्लड कैंसर, ये हैं बचाव के उपाय
World Blood Cancer Awareness Month: कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। हर साल हजारों लोग इस बीमारी के कारण अपनी जान गवां देते हैं। वैसे इस बीमारी के कई प्रकार हैं। लेकिन इनमें सबसे खतरनाक है खून का कैंसर (ब्लड कैंसर)। जिसको ल्यूकेमिया कहा जाता है। ब्लड कैंसर के भी कई प्रकार होते हैं। लेकिन ज्यादातर मामलों में ब्लड कैंसर के सभी प्रकार रोग बॉन मेरो में शुरू होते हैं। सॉफ्ट स्पंजी टिश्यू हड्डियों के अंदर पाया जाता है। यहीं पर रक्त कोशिकाएं बनती हैं।
ब्लड कैंसर तीन तरह का होता है। ल्यूकेमिया, लिंफोमा, मायलोइड्सप्लास्टिक सिंड्रोम (एमडीएस), मायलोप्रोलिफेरेटिव डिसऑर्डर (एमपीडी) और मल्टीपल मायलोमा है। शरीर पर इनके प्रभाव अलग-अलग होते हैं। लेकिन इनके कुछ संकेत और लक्षण एक जैसे हो सकते हैं।
खांसी या सीने में दर्द होना
ब्लड कैंसर के मरीजों में खांसी या सीने में दर्द की समस्या हो सकती है। इसका मुख्य कारण प्लीहा या तिल्ली में असामान्य रक्त कोशिकाओं का बनना होता है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
बार-बार संक्रमण होना या बीमार पड़ना
अगर आप अक्सर बीमार पड़ रहे हैं या जल्दी संक्रमित की चपेट में आ रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। तेज बुखार होना या ठंड लगना इसके लक्षण हैं। ऐसा शरीर में बीमारियों से लड़ने वाली सफेद रक्त कोशिकाओं की कमी की वजह से होता है।
चोट लगने पर खून बहना
अगर शरीर में अजीब से दाने हो गए हैं साथ ही खुजली होती है। चोट लगने पर खून बहता है। तो यह एक गंभीर संकेत हो सकते हैं। ऐसा तब होता जब शरीर में प्लेटलेट्स नहीं बनता है और इसकी कमी हो जाती है। ऐसी कोशिकाएं रक्त को थक्का बनाने में मदद करती हैं।
भूख न लगना
भूख नहीं लगना या जी मिचलाना भी ब्लड कैंसर का लक्षण है। ऐसा आपकी प्लीहा या तिल्ली में असामान्य रक्त कोशिकाओं के बनने से होता है। इस वजह से आपके पेट पर दबाव पड़ता है।
हमेशा थकान महसूस होना
लगातार कमजोरी और थकान ब्लड कैंसर के संकेत हो सकते हैं। ऐसा तब होता है जब पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बन पाती है। जिससे आपको एनीमिया हो सकता है और ऐसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
दिख सकते हैं ऐसे लक्षण भी, न करें नजरअंदाज
ब्लड कैंसर के अन्य लक्षणों में रात को पसीना आना, सांस में कमी, गर्दन में लिम्फ नोड में सूजन, बेवजह वजन कम होना, ब्रश करते समय खून आना इत्यादि हो सकते हैं। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर जांच करवाना चाहिए।
Source: disease-and-conditions