एक अस्थिर बाजार में आर्बिट्रेज फंड की ताकत को समझे
निफ्टी इंडेक्स और निफ्टी बैंक मंदड़ियों की जीत का संकेत दे सकते हैं। फिर भी, सतह के नीचे मौजूद पहलूओं को देखें तो पता चलेगा कि बुल्स हेवीवेट काफी हद तक अप्रभावित रहे हैं। वहीं, इनकी बजाय उन्होंने मिड और स्मॉल-कैप क्षेत्र में तेजी के अवसरों का लाभ उठाया। निफ्टी मिडकैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों ने मजबूती के साथ शानदार प्रदर्शन किया और हर दिन उम्मीदों को पार किया और शानदार सफलताएं प्राप्त की, जिनको नजर अंदाज करना असंभव है। 31 अगस्त, 2023 तक एनएसई और बंधन एमएफ रिसर्च डेटा के अनुसार, बेंचमार्क निफ्टी इंडेक्स में लगभग 2.1 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जो गिरते हुए 19,254 पर पहुंच गया। हालांकि, मिडकैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स इस मंदी के बीच उल्लेखनीय आउटपरफॉर्मर के तौर पर उभरे, जिन्होंने क्रमश: 5.3 प्रतिशत और 5.7 प्रतिशत की प्रभावशाली बढ़त दिखाई। बंधन म्यूचुअल फंड के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट, इक्विटी, नेमिश शेठ का कहना है कि यह बदलाव और उतार-चढ़ाव भारतीय शेयर बाजार की गतिशीलता और समझदार निवेशकों के लिए संभावित अवसरों का प्रमाण है।
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आर्बिट्रेज फंड मूल्य असमानताओं का फायदा उठाते है
आर्बिट्रेज फंड, जो बाजार की अक्षमताओं पर पनपते हैं, ऐसे परिदृश्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। ये फंड रिटर्न उत्पन्न करने के लिए कैश और फ्यूचर यानि नकदी और वायदा बाजारों के बीच मूल्य असमानताओं का फायदा उठाते हैं। अगस्त में आर्बिट्रेज प्रसार के लिए कुछ प्रमुख डेटा प्वाइंट्स बाजार-व्यापी रोलओवर 90.53 प्रतिशत था, जो पिछले दो मार्केट एक्सपायर्स के 90.89 प्रतिशत औसत से थोड़ा नीचे था। एक तरफ मार्केट वाइड फ्यूचर ओपन इंटरेस्ट 2,72,780 करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो अगस्त सीरीज की शुरुआत में 2,61,442 करोड़ रुपए से उल्लेखनीय वृद्धि है। निफ्टी रोल 78.11 प्रतिशत रहा, जो पिछली दो मार्केट एक्सपायर्स के 80.11 प्रतिशत औसत से मामूली गिरावट को दर्शाता है।
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बाजार की धारणा में बदलाव का संकेत
निफ्टी सितंबर सीरीज की शुरुआत, अगस्त सीरीज के 26,408 करोड़ रुपए की तुलना में 20,596 करोड़ रुपए के ओपन इंटरेस्ट के साथ हुई, जो बाजार की धारणा में बदलाव का संकेत देता है। स्टॉक फ्यूचर्स रोलओवर 92.52 प्रतिशत रहा, जो पिछली दो मार्केट एक्सपायर्स के 92.81 प्रतिशत औसत की तुलना में एक मजबूत प्रदर्शन बनाए रखता है और स्टॉक फ्यूचर्स ओपन इंटरेस्ट अगस्त सीरीज की शुरुआत में 2,25,492 करोड़ रुपए से बढक़र 2,41,033 करोड़ हो गया, जो व्यक्तिगत स्टॉक फ्यूचर्स में बढ़ती रुचि का संकेत देता है।
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कई घटनाएं बाजारों को प्रभावित करने के लिए तैयार
शेठ ने कहा कि सितंबर में कई प्रमुख घटनाएं वित्तीय बाजारों को प्रभावित करने के लिए तैयार है, जिनमें भारत की जीडीपी के आंकड़े, एफओएमसी मीटिंग, यूएस सीपीआई और जॉब्स डेटा और चीनी आर्थिक विकास के आंकड़े शामिल हैं। ये घटनाएं अस्थिरता ला सकती है और स्मार्ट निवेशकों के लिए नए आर्बिट्रेज अवसर पैदा कर सकती हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वित्तीय बाजारों में घबराहट की अवधि के दौरान, आर्बिट्राज फंड रिटर्न थोड़े समय के लिए अस्थिर हो सकता है। इसलिए, आर्बिट्राज फंड पर विचार करते समय न्यूनतम निवेश सीमा 6 महीने और उससे अधिक रखने की सिफारिश की जाती है। एक लंबी निवेश अवधि निवेशकों को अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से बाहर निकलने और इन रणनीतियों के संभावित लाभों को हासिल करने की सुविधा देता है।
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आर्बिट्राज फंडों ने क्षमता का प्रदर्शन किया
शेठ ने कहा कि चुनौतियों और अवसरों दोनों की विशेषता वाले बाजार में, आर्बिट्राज फंडों ने बाजार की अक्षमताओं को भुनाने की अपनी फ्लेक्सिीबिलिटी और क्षमता का प्रदर्शन किया है, जो निवेशक इन फंडों की बारीकियों को समझते हैं और लंबी अवधि का निवेश रखते हैं, वे उनकी अनूठी रणनीतियों से लाभ हासिल करते हैं। जैसे-जैसे हम वित्तीय दुनिया की अनिश्चितताओं से निपटते हैं, आर्बिट्राज फंड निवेशक के टूलकिट में एक मूल्यवान टूल बने रहते हैं, जो अशांत समय में भी नए नए अवसरों को खोलते हैं।’
Source: Education