Baby care Tips: घबराएं नहीं, इन तरीकों से करें अपने नन्हें की देखभाल
baby care tips In Hindi: नवजात शिशु की सही तरह से देखभाल बहुत जरूरी हाेती है।वैसे ताे सभी लाेग अपने नवजात का पूरा खयाल रखते हैं लेकिन बार कुछ चीजाें काे देखकर घबरा जाते हैं। खासकर पहली बार माता पिता बने लाेगाें काे शिशु की देखभाल करने की सही जानकारी नहीं हाे पाती है जिससे वे बात-बात पर घबरा जाते हैं। आइए जानते हैं नवजात की सेहत से जुड़ी कुछ खास बाताें के बारे में :-
मंगोलियन दाग
कभी-कभी नवजात के शरीर के कुछ हिस्सों में मंगोलियन स्पांट (एक प्रकार का नीले रंग का दाग) हाे जाते हैं। ताे घबराने की जरूरत नहीं है। क्याेंकि समय के साथ धीरे-धीरे निशान हल्का होकर खत्म हो जाता है।
रोने से फूलती नाभि
लगातार रोने से नाभि ज्यादा फूलती है। सोने पर ठीक रहती है। नाभि फूलने को अमाइकल हर्निया कहते हैं। यह एक साल के बाद ठीक हो जाता है। शिशु का लगातार रोने का मतलब पेट दर्द है। इसे कोलिक पेन कहते हैं। भूख लगने, लंगोट गीला होने पर भी शिशु रोते हैं।
यूरिन में चिपचिपापन तो डॉक्टर से मिलें
शिशु के जन्म से 10 दिन तक यूरिन में चिपचिपापन और कभी-कभी मामूली खून भी आ सकता है। इस समस्या को नजरअंदाज न करें और एक बार शिशु रोग विशेषज्ञ से मिल लेना चाहिए। बच्चे के सिर पर चिकना पदार्थ जमा होता है। इसके लिए बच्चे को रोज नहलाना और सिर पर तेल लगाना चाहिए। यह धीरे-धीरे हटने लगता है। यदि बच्चा बार-बार रो रहा है तो उसका कारण जानने की कोशिश करें। चिकित्सक से मिलें।
पेट फूलना आम बात
शिशु को स्तनपान कराने के बाद पेट फूलना और सख्त होना सामान्य बात है। ऐसा कई बार पेट में गैस बनने की वजह से भी हो सकता है। बच्चे को स्तनपान के तुरंत बाद डकार दिलवाने से शिशु सामान्य अवस्था में आ जाता है। रोते समय बच्चों के होठों का नीला पड़ना हृदय रोग का कारण हो सकता है। दूध पिलाते समय शिशु को खांसी आना सामान्य बात है। ज्यादा खांसी और गला चोक होने पर उसका चेहरा लाल होगा। इससे सांस लेने में भी तकलीफ होगी। नवजात को पीलिया होने का खतरा भी बढ़ जाता है, जिसे फिजियोलॉजिकल पीलिया कहते हैं जो स्वत: ठीक हो जाता है।
संक्रमण से करें बचाव
नवजात शिशु को संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है क्योंकि उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता उतनी मजबूत नहीं होती। उसकी देखभाल को लेकर सावधानी बरतनी पड़ती है। शिशु को स्तनपान के साथ साफ-सुथरे कपड़े पहनाना चाहिए जो पहली बार माता-पिता बने हैं उन्हें अपने बेबी के लिए इन बातों को लेकर अधिक सतर्क रहना चाहिए। बच्चे की हर परेशानी को लेकर सतर्क रहेंगे तो उसे कई तरह की बीमारियों से बचा सकते हैं।
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Source: Health