रायपुर की इस महिला ने एेसा क्या कर दिया कि मुख्यमंत्री कार्यालय को करना पड़ा रीट्वीट
ताबीर हुसैन @ रायपुर। आपने अक्षय कुमार की फिल्म हाउसफुल तो देखी होगी। फिल्म देखकर आप बोर हुए या लोटपोट ये तो आप ही जानें लेकिन अक्षय की एक्टिंग जरूर पसंद आई होगी। इस फिल्म में एक सॉन्ग है बाला ओ बाला… इसे सिटी की वुमन ने मैसेजफुल बना दिया है। जी हां। सड्उु की रहने वाली प्रीथा रंजीथ ने इस सॉन्ग में इतनी क्रिएटिविटी डाल दी कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस वीडियो को रीट्वीट भी किया। दरअसल, प्लास्टिक बैग छोड़ जूट का थैला लेकर डांस कर रही महिला एक इंग्लिश मीडियम स्कूल की प्रिंसिपल हैं। अर्बन छत्तीसगढ़ ने अपने ट्वीटर हैंडल में इसे ट्वीट किया जिसे सीएमओ ने रीट्वीट। 14 सेकंड की क्लिप में जूट के थैले का प्रमोशन किया गया है।
अपना झोला लाएगा
इस वीडियो में प्रीथा रंजीथ ने जूट के झोले को पकड़कर डांस भी किया है। इसमें लिखा है अपना झोला लाएगा, पर्यावरण बचाएगा। प्रीथा ने बताया कि प्लास्टिक के खिलाफ चल रहे मिशन में मैं शामिल होना चाहती थी। मैंने सोचा कि इसके लिए क्या कर सकते हैं। तभी मेरे माइंड में आया कि शुरुआत करने के लिए ज्यादा प्लानिंग की जरूरत नहीं है। खुद पर ही एक्सपेरिमेंट कर दिया।
फिल्म देखी है
प्रीथा कहती हैं कि मैं ठीक से हिंदी नहीं बोल पाती लेकिन समझ लेती हूं। मूलत: केरला की प्रीथा टिकरापारा स्थित एक निजी स्कूल में प्रिंसिपल हैं। वे कहती हैं कि मैंने फिल्म देखी जिसमें यह गाना इन दिनों काफी चर्चित है। जो चीजे देखी व पसंद की जा रही हो उससे जोड़कर किसी भी मैसेज को प्रमोट किया जाए तो वह ज्यादा से जयादा लोगों तक पहुंचता है। मुझे खुशी है कि सीएमओ ने इसे रीट्यूट किया है। प्लास्टिक के नुकसान से बचने का एक ही रास्ता है इसका यूज ही बंद किया जाए।
इसलिए झोला
प्रीथा ने बताया कि प्लास्टिक का यूज सबसे ज्यादा कैरीबैग में होता है। हर कोई इसका इस्तेमाल बंद कर सकता है क्योंकि ये उसके बस में है। इसलिए मैंने झोला के जरिए मैसेज दिया है।
स्कूल प्रबंधन का इनिशिएटिव, नो प्लास्टिक जोन होगा स्कूल
टिकरापारा छत्तीसगढ़ नगर इंडियन पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर सैयद सईद ने कहा कि अच्छी पहल से हर किसी को सीख लेने की जरूरत है। प्रिंसिपल मैडल का इनिशिएटिव सोसाइटी के लिए ही नहीं बल्कि हर एक फैमिली और उनके मेंबर के लिए एक्सेप्टेबल मैसेज है। हमने फैसला किया है कि हम अपने स्कूल को नो प्लास्टिक जोन बनाएंगे। यहां के स्टूडेंट्स को अपने-अपने मोहल्ले का नो प्लास्टिक अवेयरनेस का ब्रांड एमबेसडर बनाएंगे।
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Source: Education