fbpx

धूम्रपान छोड़ने का नया हथियार: पौधे से बना कमाल का नुस्खा

अगर आप धूम्रपान छोड़ने की जद्दोजहद कर रहे हैं तो निराश न हों, वैज्ञानिकों ने आपके लिए एक खुशखबरी खोजी है! उन्होंने एक ऐसे पौधे के तत्व की पहचान की है जो न केवल धूम्रपान छोड़ने में आपकी मदद कर सकता है, बल्कि ये पारंपरिक निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी से भी ज्यादा कारगर साबित हुआ है।

‘साइटिसिन’ नामक यह पौधे का तत्व धूम्रपान छोड़ने के दौरान होने वाले लक्षणों को कम करता है। 1960 के दशक से पूर्वी यूरोप के देश इस किफायती दवाई का इस्तेमाल करते आए हैं।

‘एडिक्शन’ नामक पत्रिका में प्रकाशित एक नए अध्ययन में बताया गया है कि साइटिसिन धूम्रपान छोड़ने की संभावना को दोगुने से ज्यादा बढ़ा देता है। जबकि, निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी के मुकाबले भी यह ज्यादा असरदार पाया गया है।

यही नहीं, साइटिसिन के सेवन से किसी तरह का गंभीर साइड-इफेक्ट भी नहीं देखा गया है।

अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स स्थित सेंट्रो नेशनल डी इंटॉक्सिकेशियन्स (सीएनआई) के प्रमुख लेखक उमर दे सैंटी ने कहा, “हमारा अध्ययन इस बात के और सबूत देता है कि साइटिसिन धूम्रपान छोड़ने के लिए एक प्रभावी और सस्ती दवाई है।”

हालांकि, पूर्वी और मध्य यूरोप के कुछ देशों को छोड़कर दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में साइटिसिन की बिक्री या लाइसेंस नहीं है। ऐसे में धूम्रपान छोड़ने के लिए इच्छुक लोगों को इसके लिए इंतजार करना पड़ सकता है।

इस दवाई का निर्माण सबसे पहले 1964 में बुल्गारिया में ‘टैबेक्स’ के नाम से हुआ था। इसके बाद यह पूर्वी यूरोप और एशिया के अन्य देशों में फैल गया। 2017 में, पोलिश फार्मास्युटिकल कंपनी Aflofarm ने इसे ‘Desmoxan’ के नाम से प्रिस्क्रिप्शन दवाई के रूप में बेचना शुरू किया। कनाडा ने इसे ‘Cravv’ के नाम से बिना डक्टर के पर्चे के मिलने वाले प्राकृतिक स्वास्थ्य उत्पाद के रूप में मंजूरी दी है।

चूंकि साइटिसिन एक सस्ती दवाई है, इसलिए यह कम आय वाले देशों में धूम्रपान छोड़ने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने का एक बड़ा जरिया बन सकता है।

इस अध्ययन में साइटिसिन और प्लेसेबो की तुलना करने वाले आठ रैंडमाइज्ड कंट्रोल्ड ट्रायल के नतीजों को शामिल किया गया है। इनमें लगभग 6,000 मरीजों ने भाग लिया।

संयुक्त परिणामों से पता चला है कि साइटिसिन धूम्रपान छोड़ने की संभावना को दोगुने से ज्यादा बढ़ा देता है।

अध्ययन में साइटिसिन और निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी की तुलना करने वाले दो रैंडमाइज्ड कंट्रोल्ड ट्रायल भी शामिल थे, जिनके नतीजे साइटिसिन के पक्ष में मामूली रूप से झुके हुए थे। वहीं, साइटिसिन और वेरेनिकलाइन की तुलना करने वाले तीन ट्रायल में वेरेनिकलाइन का स्पष्ट लाभ नहीं दिखा।

दे सैंटी ने कहा, “यह कम आय वाले देशों में धूम्रपान कम करने में बहुत उपयोगी हो सकता है, जहां धूम्रपान छोड़ने के लिए किफायती दवाओं की तत्काल आवश्यकता है।”

“दुनिया भर में धूम्रपान को रोके जाने वाली मौतों का मुख्य कारण माना जाता है। साइटिसिन इस समस्या के बड़े जवाबों में से एक बनने की क्षमता रखता है।”

(आईएएनएस)



Source: Health