मुख्य बाजार में जाम की परेशानी दूसरे रास्ते भी बंद
राजगढ़. राजशाही समय में स्थापित शहर का मुख्य बाजार अब शहरवासियों के लिए परेशानी बनता जा रहा है। दरअसल शहर की स्थापना से लेकर वर्तमान तक शहर के मुख्य बाजार को व्यवस्थित करने के लिए कोई प्रयास नहीं हुआ है। यहां जनसंख्या और वाहनों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी के अनुसार सड़को का चौड़ीकरण तो दूर सड़क पर मौजूद स्थाई और अस्थाई अतिक्रमण को ही वर्षो से नहीं हटाया गया है।
जबकि पिछले दो दशक में शहर की जनसंख्या ओर सड़क और दोडऩे वाले वाहनों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी हो गइ्र्र है। यही कारण है कि किला के इतवारिया गेट से लेकर कोतवाली थाने तक बाजार में दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। यदि बाजार में कोई चार पहिया वाहन घुस जाए तो सड़क के दोनेा और खड़े दो पहिया वाहनों के कारण उन्हें निकलने तक की जगह नहीं बचती। पूरे दिन वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है। कभ्ीा कभी तो यहां से किसी वाहन को निकलने में पन्द्राह से बीस मिनिट तक समय लगा जाता है।
बंद मार्गो से बड़ी परेशानी
मुख्य बाजार की संकड़ी सड़के ओर उस पर दोनो और अवैध पार्किंग तो यहां लगने वाले जाम का मुख्य कारण है ही सही। लेकिन इन दिनों शहर के अन्य वैक्लपिक मार्गो के बंद होने के कारण जाम की स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है। दरअसल इन दिनों शहर की पुरानी दूध डेयरी, और जिला पंचायत रोड़ पर निर्माण कार्य चल रहा है।
वहीं राजमहल वाले रास्तें के दोनो गेटों पर दिनभर ताला लगा रहता है। जिसके कारण शहर के एक छोर से दूसरे छोर पर जाने के लिए मुख्य बाजार ही एक मात्र चालू मार्ग है। जिससे यहां वाहनों की संख्या भी खासी बढ़ गई है। ऐसे में नगरपालिका, यातायात पुलिस ओर प्रशासन को चाहिए कि जाम के कारण कोई बड़ी दुर्घटना या विवाद की स्थिति नहीं बने इसके लिए इस यातायात को व्यवसिथत करने के लिए प्रमुख चौरहो पर यातायात पुलिसकर्मी की तैनाती सहित बाजार में जमा अस्थाई अतिक्रमण और अवैध पार्किग को हटाया जाए।
Source: Education