इन सवालों से जानिए क्या आप बहुत कैलकुलेटिव हैं ?
कई बार हम कुछ ज्यादा ही कैलकुलेटिव हो जाते हैं और रिश्तों को बिगाड़ लेते हैं। जानें अपने कैलकुलेटिव बिहेवियर को। बी वाले पॉजिटिव जवाब के लिए मिलेगा एक अंक और ए वाले नेगेटिव जवाब के लिए कटेगा एक अंक।
1. कोई फैसला लेने में ज्यादा सोचते हैं। दूसरों से मांगी हुई राय भी लेते हैं?
(अ) हां, ऐसा करता/करती हूं
(ब) मौके को देख काम करता हूं
2.अच्छी सेहत से जुड़ी बातों में भी आप खर्च का कैलकुलेशन करते हैं?
(अ) हां, पर बजट भी देखना पड़ता है
(ब) नहीं, मेरे लिए हैल्थ सर्वोपरि है
3.कैलकुलेटिव आदत से कई बार आप अनजाने में ही अपमानित हो जाते हैं ?
(अ) कभी-कभार, बुरा लगता है
(ब) नहीं, ऐसा नहीं होता
4.रिश्तों में भी प्रेक्टिकल और कैलकुलेटिव अप्रोच में बैलेंस नहीं कर पाते?
(अ) हां, सबको खुश नहीं कर सकते
(ब) नहीं, रिश्तों में निवेश करना आता है
5. स्वयं या परिवार के लिए वक्त देने में भी आप नफा-नुकसान कर बैठते हैं?
(अ) हां, कभी-कभी करना पड़ता है
(ब) नहीं, कल किसने देखा है
6. टाइम मैनेजमेंट से ज्यादा आपको मनी सेविंग में रुचि है, इसलिए आपको लोग कंजूस भी कहते हैं?
(अ) हां, पैसा पास होगा तो सब पूछेंगे
(ब) नहीं, मेरे लिए पैसा ही सब कुछ नहीं।
7. रिश्तों को निभाने में भी भावनाओं और मूल्यों की जगह तेरा-मेरा देखते हैं?
(अ) हां, यही तो दुनिया का चलन है
(ब) नहीं, मुझे लेने से ज्यादा देना पसंद
8. अक्सर कैलकुलेटिव पूर्वाग्रहों के आधार पर व्यवहार करते हैं और फैसले लेते हैं?
(अ) हां, अन्यथा चोट खाने का डर है
(ब) नहीं, मैं वक्त देखकर बात करता हूं।
9. अपने कैलकुलेटिव व्यवहार पर पछताने के बावजूद आप सबक नहीं लेते ?
(अ) लेता हूं, लेकिन आदत है कि बदलती ही नहीं है।
(ब) मैं सबक लेने से पहले ही सचेत रहता हूं
स्कोर और एनालिसिस –
4 या उससे कम अंक: यदि यह आपका स्कोर है तो आपको वेरी काम्प्लीकेटड एंड कैलकुलेटिव कहना ठीक होगा। आपका व्यवहार संकोच से भरा और स्वार्थी है। आपको सुधार की सख्त जरूरत है क्योंकि दुनिया भले ही गिव एंड टेक के फार्मूले पर चलती हैं लेकिन अंत में देने वालों की जय-जयकार होती है। फैसलों की कैलकुलेशन में दिमाग की जगह दिल को रखकर देखें।
6 से लेकर 8 : यदि यह आपका स्कोर है तो आपको एक खुले दिमाग वाला व्यवहारिक इंसान कहना गलत न होगा। आपको पता है कि कब कैलकुलेटिव होना है और कब नहीं। आप लोगों से ज्यादा वक्त के हिसाब से चलते और बदलते हैं और यह एक अच्छी आदत है। अपनी इसी आदत को बनाए रखें क्योंकि इसमें यदि शुरू में लॉस या कुछ इंवेस्टमेंट है तो आगे चलकर बहुत फायदे मिलने की उम्मीद हैं।
Source: Health