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कोरोना वायरस के कारण केरल, हिमाचल और कर्नाटक में मरीजों की निगरानी

तिरुवनंतपुरम। केरल में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका के मद्देनजर 3,014 लोगों को चिकित्सा निगरानी में रखा गया है हालांकि पिछले चार दिनों में राज्य में वायरस के किसी नए मामले की पुष्टि नहीं हुई है। निगरानी में रखे गए 3,014 लोगों में से 61 लोगों को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में अलग से बनाये गये वार्डों में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि जांच के लिए 285 रक्त नमूने वॉयरोलॉजी इंस्टीट्यूट भेजे गए थे जिनमें से 261 के परिणाम सामने आ गए हैं और इनकी रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। इस बीच, केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने शुक्रवार को कहा कि पिछले कुछ दिनों में राज्य में कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया है, इसलिए राज्य सरकार ने ‘राज्य आपदा’ की घोषणा वापस ले ली है। इससे पहले केरल में कोरोना वायरस के तीन मामलों की पुष्टि होने के बाद तीन फरवरी को राज्य सरकार ने इसे ‘राज्य आपदा’ घोषित कर दिया था।

कर्नाटक में कोरोना वायरस के 4 संदिग्ध अलग वार्ड में –

कर्नाटक के उडुपी में कोरोना वायरस संक्रमण के चार संदिग्धों को अलग वार्ड में रखा गया है। उपायुक्त जी जगदीशा ने शनिवार को यह जानकारी दी है। जगदीशा ने बताया कि ये चारों लोग हाल ही में चीन गए थे और इनके रक्त नमूने लेकर परीक्षण के लिए बेंगलुरु भेज दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सही जानकारी अगले कुछ दिनों में मिलेगी और तब तक इन्हें अलग ही रखा जाएगा। ये चारों लोग पिछले 20 दिनों में चीन से लौटे हैं। इनमें दो पुरूष, एक महिला और एक बच्चा है।

हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं, सरकार सतर्क –

शिमला। चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर ङ्क्षचतित हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि राज्य में कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन सजग रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि सरकार पूरी तरह से सजग है। बाहर से जो लोग खासकर चीन व तिब्बत से आए हैं, उनकी यहां घर जाने से पहले स्वास्थ्य जांच करवाना जरूरी है जिनका मेडीकल जांच करवा रहे हैं। अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है । उन्होंने कहा कि धर्मशाला व कांगड़ा में जहां चीन व तिब्बत से लोग आते हैं,वहां पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी जिलों के लिए एडवाइजरी जारी की है और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी नजर रखे हुए है। राज्य में सीमेंट के दाम बढ़ने को लेकर उन्होंने कहा कि वे इस मसले पर कंपनियों से बात करेंगे और रेट में कटौती करने को कहेंगे। सीमेंट कंपनियों और विभाग के साथ बैठक कर इस मामले में हल निकाला जाएगा और सुनिश्चित बनाएंगे कि हिमाचल में सीमेंट सस्ता मिले। उन्होंने कहा कि कोई तकनीकी समस्याएं हैं जिनको सुधारा जाएगा।



Source: Health