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Diet After 50: पचास के बाद ऐसी रखें अपनी डाइट, हमेशा रहेंगे फिट

Diet After 50 In Hindi: संतुलित व पोषण युक्त आहार की जरूरत हमें युवास्था में ही नहीं बल्कि बढ़ती उम्र में भी होती है। या यू कहें की ज्यादा होती है। क्योंकि बढ़ती उम्र में लोगों को कई सेहत संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और पर्याप्त पोषण की कमी से समस्या और भी बढ़ सकती है। इसलिए, 50 पार की उम्र वाले लोगों के लिए पोषण युक्त डाइट का सेवन जरूरी है। हांलाकि उम्र के साथ पोषक तत्वों की आवश्यकता भी बदलती है। इसलिए हमें अपनी शारीरिक स्थिति के अनुसार मालूम होना चाहिए की बढ़ती उम्र में हमें क्या खाना है, क्या नहीं।

आमतौर पर देखा जाता है कि 50 हिट के बाद लोग कम भोजन करने लगते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे: भूख में कमी, स्वाद और / या गंध की कमी, चबाने और / या निगलने में कठिनाई, शारीरिक शक्ति या गतिशीलता की कमी, पुराने रोग और दवा, मानसिक और भावनात्मक व वित्तीय असुरक्षा। यदि आप 50 के बाद भी फिट रहना चाहते है तो आपके लिए ये सलाह ( Tips To Stay Fit in 50 ) हैं:-

– एक बार में पेटभर न खाकर आसानी से पचने वाले छोटे-छोटे मील लें। छाेट आसानी से पचने वाले, छोटे लगातार भोजन को अपनाएं।

– शक्कर, मीठे पेय पदार्थ, फ्लेवरड ज्यूस की जगह फलों काे डाइट में शामिल करें।
– अपने आहार में बहुत सारे तरल पदार्थ शामिल करें क्योंकि वे आपको हाइड्रेटेड रखते हैं और पाचन को बढ़ावा देते हैं
– डाइट में फोर्टिफाइड अनाज की जगह साबुत अनाज का जगह दें।
– शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।
– हर दिन के भोजन में मौसमी फलों के दो-तीन सर्विंग्स शामिल करें।
– आहार में प्याज, अदरक, लहसुन, नींबू, जीरा, कैरम बीज, मेथी के बीज, बादाम, अखरोट, नारियल पानी को शामिल करें क्योंकि ये मांसपेशियों के लचीलेपन के लिए अच्छे होते हैं, साथ सूजन को रोकते हैं और स्वस्थ रक्तचाप बनाए रखने में भी योगदान करते हैं।

इन कुछ मिथकाें से बचें:

– बढ़ती उम्र में प्रोटीन न खाना एक मिथक है। 50 हिट करने के बाद प्रोटीन से बचने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि ऊतकों की मरम्मत के लिए प्रोटीन आवश्यक है, रात में दालों से परहेज करने की जरूरत भी एक मिथक, हालांकि गैस की समस्या होने पर दालों से रात में परहेज रखना ठीक है।

– कई लोग नमक नहीं खाने की सलाह देतें हैं। लेकिन सच ये है कि उच्च रक्तचाप या सीरम सोडियम के उच्च स्तर पर ही नमक कम खाना चाहिए।

– लाेगाें का मानना है कि कॉटेज पनीर खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। लेकिन सच ये है कि टोंड दूध से बने कॉटेज पनीर से कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता, यह आपके लिए प्राेटिन का बेहतर विकल्प हाे सकता है।

– मिथक है कि संतृप्त वसा को आहार से पूरी तरह से बाहर कर दें। जबकि हृदय ब्लॉक या हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया की समस्या हाेने पर ही ऐसा करना ठीक है।

– नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि के साथ पाेषण युक्त करना, एक व्यक्ति को पूर्ण सक्रिय जीवन जीने में मदद कर सकता है। इसलिए इस तरह की हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।


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Source: Health