चोरी की बिजली से रोशन हो रहा आधा शहर
सीधी। चोरी की बिजली से आधा शहर यानी शहरी रूरल एरिया रोशन हो रहा है। ग्रामीण अंचलों में भी चोरी की बिजली से ही स्ट्रीट लाइटें जगमगा रही हैं। बिजली कंपनी की आपत्ति के बाद भी नगर पालिका प्रशासन मामले में गंभीरता नहीं दिखा रहा है, जिसके चलते विद्युत कंपनी को प्रति माह लाखों का चूना लग रहा है, वहीं बिजली कंपनी लाइन लास भी मेंटेन नहीं कर पा रहा है।
बताया गया कि विद्युत वितरण केंद्र सीधी शहर-२ के कई गली मुहल्ले हैं जहां एलटीलाइन के साथ स्ट्रीट लाइट के लिए केविल नहीं डाली गई है। ऐसे मुहल्लों की गलियों को रात्रि के समय रोशन करने के लिए स्थानीय लोगों की मांग पर नगर पालिका द्वारा खंभों में स्ट्रीट लाइट लगाकर उसका कनेक्शन एलटी लाइन के मुख्य फेश से कर दिया जाता है, और लाइट चालू व बंद करने के लिए दो तार खंभे में लटका दिए जाते हैं। विद्युत कंपनी की माने तो इस तरीके से नपा द्वारा विद्युत की चोरी कर रहा है।
करेंट लगने का भी खतरा-
शहर के लगभग हर गली व मुहल्लों में लगभग सीमेंट के विद्युत पोल खतम हो चुके हैं, उनकी जगह लोहे के विद्युत पोल लगा दिए गए हैं। इन्ही पोलों में नपा द्वारा स्ट्रीट लाइट लगाई जाती है, और लाइट को बंद व चालू करने के लिए दो तार पोल से सटाकर झुला दिए जाते हैं, जिन्हे नीचे नंगा ही छोड़ दिया जाता है। इन नंगे तारों की वजह से पोल में करंट फैलने का भी खतरा बना रहता है।
दिन में भी जलती रहती हैं स्ट्रीट लाइट-
नपा द्वारा स्ट्रीट लाइट के लिए की गई अस्थाई व्यवस्था के कारण शहर के मुहल्लों की स्ट्रीट लाइट अक्सर दिन में भी जलती रहती हैं। क्योंकि जिस तरह से नपा द्वारा स्ट्रीट लाइटों को चालू और बंद करने की अस्थाई व्यवस्था की गई है, उसमें लोग चालू व बंद करना अक्सर भूल जाते हैं, जिससे दिन में भी स्ट्रीट लाइटें जलती रहती हैं, जिसके चलते विद्युत कंपनी को और भी अधिक नुकशान हो रहा है।
स्ट्रीट लाइट के लिए है अलग व्यवस्था-
नियम की बात करें तो नपा द्वारा शहर में स्ट्रीट लाइट के लिए अलग व्यवस्था किए जाने का प्रावधान है और ऐसी व्यवस्था सीधी नगर पालिका द्वारा की भी गई है। इस व्यवस्था के तहत स्ट्रीट लाइट के लिए नपा को विद्युत कंपनी से बकायदा कनेक्शन लेना होता है, और पूरे शहर के मुख्य मार्गों के साथ ही गली मुहल्लों में जहां-जहां स्ट्रीट लाइट लगानी है वहां एलटी लाइन में एक अलग से विद्युत केविल लगाकर स्ट्रीट लाइट के लिए कनेक्शन देना है, जिसकी कमांड एक ही जगह रहती है, जहां से सुबह और शाम स्ट्रीट लाइट चालू और बंद की जाती है। लेकिन सीधी नगर पालिका द्वारा ऐसी व्यवस्था केवल मुख्य शहरी क्षेत्र के मुख्य मार्गों व कुछ मुहल्लों मे ही की गई है, शेष शहर के ग्रामीण क्षेत्र जो विद्युत वितरण केंद्र सीधी शहर-२ में आता है वहां चोरी की बिजली से ही स्ट्रीट लाइट जलाई जा रही है।
कंपनी को लग रहा लाखों का चूना-
चोरी की बिजली से स्ट्रीट लाइट जलाने की वजह से विद्युत कंपनी को प्रति माह लाखों रूपए का चूना लग रहा है। विभागीय सूत्रों की माने तो नपा की इस मनमानी की वजह से लाइन लास की समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है। साथ ही दिन में स्ट्रीट लाइट जलाकर फिजूल में बिजली खर्च की जा रही है।
शहर-२ मे की जा रही है विद्युत चोरी
नपा द्वारा चोरी की विद्युत से शहर के रूरल एरिया के कई मुहल्लों में स्ट्रीट लाइट जलाई जा रही है। विभाग द्वारा इसका सर्वे किया जा चुका है, कई बार मौखिक व लिखित रूप मे भी नपा को इस संबंध में सचेत किया जा चुका है, लेकिन इसके बाद भी नपा द्वारा आवश्यक कदम न उठाते हुए स्ट्रीट लाइट के लिए अलग व्यवस्था नहीं की जा रही है। शहर के क्रमांक एक फीडर मे ठीक कर लिया गया है, शहर-२ मे यह समस्या बनी हुई है।
पुरषोत्तम प्रधान
सहायक अभियंता, शहरी क्षेत्र
Source: Education