खुद को संक्रमित किए बिना मां को ठीक करने में हुईं कामयाब, इनसे समझिये कैसे करें कोरोना वायरस से बचाव
कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से दुनिया के 70 से ज्यादा देशों में फैल गया है। लेकिन इसी शहर में एक युवती ने अपनी संक्रमित मां को न केवल स्वस्थ करने में कामयाबी पाई बल्कि ऐसा करने के दौरान उन्होंने खुद को भी इस बीमारी से बचाए रखा। उनकी यह कोशिश कई वजहों से सुर्खियों में है। पहला वुहान में ही कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा संक्रमित हैं, दूसरा युवती ने बिना किसी चिकित्सकीय सलाह के खुद को अपनी मां की सेवा के दौरान संक्रमित होने से बचाया। 10 दिनों तक अपनी मां की सेवा करने के बाद जब वुहान के केन्द्रीय अस्पताल में चिकित्सकों ने इस युवती की जांच की तो उन्होंने पाया कि वह बिल्कुल स्वस्थ है। जबकि बीते एक सप्ताह से वह शहर के विभिन्न अस्पतालों और आइसोलेशन वार्ड में चक्कर काटती रही। इस युवती ने अपनी कहानी और संक्रमित हुए बिना अपनी मां के इलाज के बारे में फेसबुक पर पूरी कहानी साझा की ताकि दूसरे भी कोरोना वायरस से संक्रमित परिजनों की सेवा करने के दौरान खुद को और अन्य सदस्यों को संक्रमित होने से बचा सकें।
ऐसे बचाया खुद को संक्रमित होने से
लड़की ने बताया कि इलाज के दौरान उन्होंने चिकनी सतह वाली जैकेट पहन रखी थी जिसे एल्कोहल या स्पिरिट से आसानी से पोछा जा सकता था। जैकेट के अंदर उन्होंने हुडी टीशर्ट पहनी थी। बाहर निकलने से पहले वे अपने बालों को अच्छे से धोकर उन्हें शॉवर कैप से कवर कर लेती थीं। इसके बाद वे अपने टीशर्ट के हुड को इस पर डाल लेती थीं। उन्होंने बाहर निकलने के दौरान उन्होंने एन-95 मास्क को सामान्य मास्क से ढककर रखा। इस तरह उन्होंने दो मास्क का उपयोग किया। बाहरी मास्क को 4 से 5 घंटे में बदल दिया करती थीं। युवती ने बताया कि काला चश्मा पहनना भी लाभकारी है।
साथ ही बाहर निनकलने पर या संक्रमण वाली जगह पर अपने हाथों से चेहरे, आंख, नाक या शरीर के किसी भी हिस्से को न छुएं चाहे कितनी भी खुजली क्यों न हो। हाथ में डिस्पोजल दस्ताने पहनें। इससे सीधे संक्रमण की चपेट में आने से बच सकेंगे। मास्क या दस्ताने बदलते समय, सावधानी बरतें कि वह आपकी त्वचा के संपर्क में न आए।
अस्पाल में प्रवेश करने से पहले अपने हाथों को सैनिटाइजर से अच्छी तरह साफ कर के ही जाएं। बाहर निकलने के बाद भी ऐसा ही करें। अपने हाथों को 15 से 20 मिनट के अंतराल पर लगातार सैनिटाइजर से साफ करते रहें। 75 फीसदी एल्कोहल वाले सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। पौधों को पानी देने वाले घर के फव्वारे में भी एल्कोहल मिलाकर पौधों पर छिड़काव करें। ऐसा ही अपने घर, दरवाजों, हेंडल, कार, बाइक, कपड़ों और बहुत ज्यादा उपयोग किए जाने वाले सामान पर छिड़काव करें। लेकिन ऐसा करते समय इलेक्ट्रिसिटी से बचें या उन्हें स्विच ऑफ कर देें क्योंकि स्पिरिट या एल्कोहल आग पकड़ सकते हैं या उनमें विस्फोट भी हो सकता है।spray करने से बेहतर आहिस्ता से पोंछना है जैसे इंजेक्शन लगाने से पहले नर्स त्वचा पर स्पिरिट से साफ करती है।
घर पहुंचने के बाद भी तुरंत खुद को साफ करें। हो सके तो आधा घंटे गर्म पानी में नहाएं। बाहर पहन के गए कपड़ों को बालकनी या घर के बाहर ही टंगाएं। पैंट और जुराब या रुमाल जैसे कपड़ों को वॉशिंग मशीन में डाल दें। तुंरत धोकर उन्हें एक घंटे सुखाएं। अगले दिन अगर फिर बाहर जाएं तो कपड़े न बदलें। उन्हीं कपड़ों को फिर से पहन लें। मैंने ये कपड़े 16 दिन से पहन रखे हैं। हालंाकि मैं इन्हें रोज धो लेती थी।
संक्रमित व्यक्ति के साथ न खाएं
लड़की का कहना है कि सबसे जरूरी बात यह है कि हम रोगी के साथ कुछ भी खाएं पीएं न। मैं कोई पेशेवर चिकित्सक या नर्स नहीं हूं, मैं केवल अनुभव के आधार पर सुझाव दे रही हूं। इन्हीं बातों का ध्यान रखकर मैंने अपनी मां की 10 दिनों तक सेवा की है और खुद को भी संक्रमित होने से बचाया है। मेरी मां को ऑब्जर्वेशन वार्ड में 30 जनवरी को भर्ती किया गया था। उन्हें 2 फरवरी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। मैँ उन्हें खाना खिलाकर तुरंत वहां से निकल जाया करती और किसी ऐसी जगह खाना खाती जहां कम से कम दो घंटे तक कोई गुजरे न। खाने का समय ही सबसे खतरनाक समय है जब आपको संक्रमण होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इसलिए संक्रमण वाली या भीड़भाड़ वाली किसी भी जगह पर बिल्कुल भी न जाएं। मास्क का प्रयोग हर समय करें और समय-समय पर बदलते रहें।
(Note: Not medical advice, just a first-person account.)
Source: Health