Coronavirus Update: आंसू से फैलता है कोरोना, जानिए क्या कहते हैं वैज्ञानिक
coronavirus Update: कोरोनावायरस के बढ़ते संकट के बीच आंसुओं से कोरोना फैलने की खबरों को खारिज करते हुए शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के आंसुओं से कोरोना संक्रमण नहीं फैलता है। इस बात की पुष्टि ओफ्थैल्मोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में की गई है।
अध्ययन के अनुसार निष्कर्षों के लिए, सिंगापुर में नेशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने COVID-19 से संक्रमित 17 रोगियों से आंसू के नमूने एकत्र किए, ये नमूने मरीजों में लक्षण दिखने से 20 दिन तक लिए गए, जब तक की वे ठीक नहीं हो गए।
शोधकर्ताओं ने कहा कि किसी भी मरीज को कंजक्टिवाइटिस नहीं था, जिसे गुलाबी आंख के रूप में भी जाना जाता है, इस वजह से आँसू के माध्यम से वायरस के संचरण का जोखिम कम होता है। वैज्ञानिकों ने रोग के दो सप्ताह के दौरान रोगियों से आँसू के नमूनों में वायरस की उपस्थिति का विश्लेषण किया।
शोधकर्ता इवान सीह ने भी इसी अवधि के दौरान नाक और गले के पीछे से भी नमूने लिए। उन्होंने अध्ययन में लिखा है कि न तो वायरल कल्चर और न ही रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) में वायरस का पता चला, जोकि ओकुलर ट्रांसमिशन के जोखिम के कम होने का संकेत है।
अध्ययन में कहा गया है कि इन मरीजों के आंसुओं में वायरस नहीं थे, जबकि उनकी नाक और गले में सीओवीआईडी -19 का संक्रमण था। वैज्ञानिकों ने सलाह देते हुए कहा है कि लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी आंखों, साथ ही हाथों और मुंह की रक्षा करें, ताकि उपन्यास कोरोनवायरस जैसे श्वसन वायरस के प्रसार को धीमा किया जा सके।
उन्होंने बताया कि जब कोई बीमार व्यक्ति खांसता है या बात करता है, तो वायरस के कण उनके मुंह या नाक से किसी अन्य व्यक्ति के चेहरे तक पहुंच सकते हैं। मुंह और नाक से इनके अंदर जाने की ज्यादा संभावना है, लेकिन ये आंखों से भी श्वसन तंत्र तक पहुंच सकते हैं।
Source: Health